भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में जारी है। इस मुकाबले के दूसरे दिन (11 अक्टूबर) साई सुदर्शन फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए। वेस्टइंडीज की पहली पारी के 8वें ओवर में रवींद्र जडेजा की गेंद पर जॉन कैम्पबेल ने जोरदार स्वीप शॉट खेला, जो शॉर्ट लेग पर खड़े साई सुदर्शन के सीधे हेलमेट पर जा लगी।
सुदर्शन ने बचने के प्रयास में अपने दोनों हाथ सीने के करीब रखे थे। गेंद सुदर्शन के हेलमेट के वाइजर पर लगी और फिर उनके हाथों में समा गई। इस नाटकीय अंदाज में भारत को पहला विकेट मिला। हालांकि इस तेज शॉट को रोकने के प्रयास में सुदर्शन चोटिल हो गए। दरअसल, हेलमेट से गेंद टकराने से पहले उनकी दाईं हथेली पर लगी थी। वह कैच लपकने के बाद सहज नहीं दिखे और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा।
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खतरनाक साबित हो सकता था कैम्पबेल का शॉट
भारत ने दूसरे दिन टी-ब्रेक से पहले अपनी पहली पारी 518/5 के स्कोर पर घोषित की। इसके बाद वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की बारी आई। कैम्पबेल और तेजनारायण चंद्रपॉल ने 7 ओवर तक भारतीय टीम को सफलता से दूर रखा था। इसके बाद कप्तान शुभमन गिल ने अनुभवी लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा को गेंद थमाई। कैम्पबेल ने जडेजा का स्वागत चौके के साथ किया। इसके बाद अगली गेंद पर उन्होंने करारा शॉट लगाया लेकिन उनकी किस्मत खराब थी। वह नाटकीय अंदाज में साई सुदर्शन के हाथों कैच आउट होकर पवेलियन लौटे।
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कैम्पबेल (10) का यह शॉट सुदर्शन के लिए खतरनाक साबित हो सकता था। ऐसा इसलिए, क्योंकि कैरेबियाई ओपनर ने पूरी ताकत के साथ यह शॉट खेला था। सुदर्शन भाग्यशाली रहे कि गेंद उनके हाथों पर लगी और इसके बाद हेलमेट से टकराई। हालांकि फिर भी उन्हें चेकअप के लिए बाहर जाना पड़ा। क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं, जब शॉर्ट लेग पर खड़े फील्डर बुरी तरह से घायल हुए हैं। आशा है कि सुदर्शन की चोट गंभीर नहीं हो। फिलहाल उनकी जगह देवदत्त पडिक्कल सबस्टिट्यूट फील्डर के तौर पर मैदान पर हैं।
