उत्तर प्रदेश के बहराइच में छह बच्चों की मां ने अपने शौहर को मौत के घाट उतार दिया। रविवार को बहराइच पुलिस ने 30 वर्षीय महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। पहले तो महिला ने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की। उसने झूठी कहानी गढ़ी कि जमीन विवाद पर परिवार के लोगों ने ही उसके शौहर की जान ली। मगर मौका मुआयना और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने जब दोनों को पकड़ा तो पूरा मामला खुल गया। पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल लिया है। पुलिस के मुताबिक हसीना बेगम छह बच्चों की मां है।


बहराइच पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के बाद खून से सने कपड़े, चाकू, दुपट्टा और मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है। जिले एसपी राम नयन सिंह ने हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपये देने का ऐलान किया।

 

यह भी पढ़ें: 48 घंटे भारी, बंगाल से तमिलनाडु तक सेना अलर्ट; दस्तक देगा मोंथा चक्रवात

घर के बरामदे में मिली शौहर की लाश 

बहराइच जिले के अलीनगर गांव निवासी 35 वर्षीय जाकिर अली का निकाह हसीना बेगम से करीब 10 साल पहले हुआ था। शनिवार की सुबह घर के बरामदे में जाकिर का शव मिला तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना तुरंत खैरीघाट थाने की पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे लिया और पोस्टमार्टम को भेजा। मामले की गहन जांच के दौरान पुलिस ने हसीना बेगम से पूछताछ की।

रिश्तेदारों पर लगाया हत्या का आरोप

हसीना बेगम ने शनिवार को पुलिस को बताया कि जाकिर अली का अपने चाचा से पुश्तैनी जमीन का विवाद था। इसी विवाद में चाचा आसिफ अली, रिश्तेदार रोजान और नफीस ने शौहर की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच को आगे बढ़ाया तो कहानी पूरी ही पलट गई। 

 

यह भी पढ़ें: 'ट्रंप रच रहे युद्ध की साजिश', वेनेजुएला के करीब पहुंच रहा सबसे बड़ा युद्धपोत

 

बहराइचल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के बाद पुलिस ने हसीना और उसके प्रेमी के बारे में जानकारी जुटाई। इसमें पता चला कि पिछले दो साल से हसीना और गांव के रहने वाले 20 वर्षीय अब्दुल सलाम उर्फ पिद्दी का प्रेम प्रसंग चल रहा है। मगर शौहर जाकिर अली बीच में बाधा बन रहा था। इसके बाद दोनों ने शौहर को रास्ते से हटाने और रिश्तेदारों को फंसाने की साजिश रची। 

कैसे उतारा मौत के घाट?

पुलिस के मुताबिक दोनों ने वारदात को 24 अक्टूबर की रात को अंजाम दिया। शौहर जाकिर अली सो रहा था। तभी हसीना बेगम ने फोन करके अपने प्रेमी पिद्दी को बुलाया। दोनों ने गहरी नींद में ही जाकिर अली का गला घोंट दिया। इसके बाद शव को बरामदे में रखा। यहां चाकू से गला रेता, ताकि किसी भी हाल में वह जिंदा न बचे। शनिवार की सुबह हसीना बेगम ने अपने रिश्तेदारों के खिलाफ झूठी शिकायत दी। मगर कुछ ही घंटों में कहानी पलट गई।