छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनएसएस शिविर में नमाज पढ़वाने का मामला सामने आया है। विवाद बढ़ने के बाद बिलासपुर पुलिस ने नमाज पढ़वाने वाले विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिलीप झा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि सबूतों को प्रभावित करने और जांच में सहयोग नहीं करने की वजह से पुलिस ने दिलीप झा को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बिलासपुर के कोटा थाना क्षेत्र में पड़ने वाले शिवतराई गांव में राष्ट्रीय सेवा योजना :एनएसएस: का शिविर आयोजित करवाया था। इस शिविर में सैकड़ों छात्र शामिल हुए थे, जिसमें छात्रों को नमाज पढ़वाई गई। आरोप है कि दिलीप झा ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
कौन-कौन थे शामिल?
इसके लिए पुलिस ने प्रोफेसर दिलीप झा, डॉक्टर मधुलिका सिंह, डॉक्टर ज्योति वर्मा, डॉक्टर नीरज कुमारी, डॉक्टर प्रशांत वैष्णव, डॉक्टर सूर्यभान सिंह, डॉक्टर बसंत कुमार और टीम कोर लीडर छात्र आयुष्मान चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
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शिविर में कितने मुस्लिम छात्र थे?
पुलिस ने बताया कि गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा 26 मार्च से एक अप्रैल 2025 तक कोटा के शिवतराई गांव में एनएसएस शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर में प्रोफेसर दिलीप झा, डॉक्टर मधुलिका सिंह, डॉक्टर ज्योति वर्मा, डॉक्टर नीरज कुमारी, डॉक्टर प्रशांत वैष्णव, डॉक्टर सूर्यभान सिंह, डॉक्टर बसंत कुमार तथा टीम कोर लीडर छात्र आयुष्मान चौधरी के अलावा 159 छात्र-छात्राएं मौजूद थे। इसमें चार छात्र मुस्लिम थे।
अधिकारियों ने बताया कि शिविर के दौरान 31 मार्च की सुबह कैंप के प्रमुख शिक्षकों और टीम लीडर छात्र आयुष्मान चौधरी ने कथित तौर पर सभी छात्र-छात्राओं को नमाज पढ़वाई थी। उन्होंने बताया कि शिविर खत्म होने के दो हफ्ते बाद उसमें शामिल कुछ छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय क्षेत्र के कोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन पर दबाव डालकर नमाज पढ़वाई गई।
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विरोध में छात्र संगठनों का प्रदर्शन
बाद में विश्वविद्यालय परिसर में हिंदूवादी संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सहित अन्य छात्र संगठनों ने कई बार प्रदर्शन किया। सभी ने इस मामले में जिम्मेदार शिक्षकों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने मामले की जांच के लिए सीएसपी, कोतवाली अक्षय साबद्रा के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की
एसएसपी रजनेश सिंह के सामने शनिवार को जांच रिपोर्ट पेश होने के बाद उसके आधार पर थाना कोनी में केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनएसएस शिविर में नमाज पढ़वाकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में शिक्षकों और छात्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। उन्होंने बताया कि शिक्षकों और छात्र के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान अपराध के सबूत पाए जाने से दिलीप झा ने विवेचना और साक्ष्य को प्रभावित करने की कोशिश की और जांच में सहयोग नहीं किया। इसकी वजह से आरोपी प्रोफेसर दिलीप झा को गुरुवार को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया।