आखिरकार चुनाव आयोग ने मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद भड़की हिंसा मामले में शनिवार को कार्रवाई कर दी। चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए तीन सीनियर अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटा दिया है। साथ ही आयोग ने पटना के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) के तबादले का आदेश जारी कर दिए हैं।
आयोग ने मोकामा के अनुमंडल अधिकारी-सह-निर्वाचन अधिकारी चंदन कुमार, अनुमंडल पुलिस अधिकारी (बाढ़-1) राकेश कुमार और एसडीपीओ (बाढ़-2) अभिषेक सिंह को बदलने का भी आदेश दिया। आयोग ने तीनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए और सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। चुनाव आयोग ने सीईओ से रविवार दोपहर 12 बजे तक अपने निर्देशों पर अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
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चुनाव आयोग का निर्देश
चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बताया, 'आयोग ने निर्देश दिया है कि पटना के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) विक्रम सिहाग का भी तबादला किया जाए। इसलिए, उनके स्थान पर किसी अन्य अधिकारी की नियुक्ति के लिए अधिकारियों की एक सूची तत्काल भेजी जाए।'
यह आदेश मोकामा में जनता दल यूनाइटेड और जन सुराज पार्टी के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प के दो दिन बाद आया है। माना जा रहा था कि चुनाव आयोग इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
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मोकामा में फैली थी हिंसा
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में हिंसा फैल गई थी। आरोप है कि जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने दुलारचंद यादव की हत्या कर दी। इस घटना के बाद मोकामा में तनाव फैल गया था। साथ ही आरोप है कि चुनाव प्रचार के दौरान जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई।
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को बिहार सरकार से जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट मांगी। बता दें कि बिहार में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।
