बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात बिजनेसमैन गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद राजधानी में लोग डरे हुए हैं और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। गोपाल खेमका की हत्या पटना के गांधी मैदान के पास हुई और घटनास्थल थाने से मात्र 500 मीटर दूर था। इस घटना के बाद पुलिस डेढ़ घंटे बाद घटना स्थल पर पहुंची इस बात को लेकर अब पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। आखिर पुलिस ने घटना स्थल तक पहुंचने में इतना समय क्यों लगाया हर कोई यही पूछ रहा है। उधर राज्य के नेता भी इस घटना के बहाने NDA सरकार को घेर रहे हैं।
इस घटना के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'थाना से चंद कदम दूर पटना में बिहार के बड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या। हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है लेकिन जंगलराज नहीं कह सकते? क्योंकि इसे ही शास्त्रों में मीडिया प्रबंधन, परसेप्शन मैनेजमेंट और छवि प्रबंधन कहते है।'
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कांग्रेस ने कहा गुंडाराज
इस घटना के बाद बिहार कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से गोपाल खेमका के भाई का वीडियो पोस्ट कर इस घटना के बिहार में गुंडाराज का नतीजा बताया। पोस्ट में लिखा, 'संगठित अपराध = गुडाराज। बेटे के बाद अब पिता की हत्या, क्या अपराधी बिहार में पूरी पीढ़ियां मिटा रहे हैं? सरकार के पास बाकि सब चीजों के लिए समय है लेकिन गुंडों से निबटने के लिए समय नहीं है।'
कांग्रेस ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए और लिखा,'परिवार वालों की सिसकियों को सुनिए। यह सिर्फ एक घर का नहीं, पूरे बिहार की सुरक्षा व्यवस्था का मातम है। पुलिस दारू पकड़ने और हेलमेट चेक करने में मसरूफ है लेकिन अपराधी खुलेआम हत्या कर रहे हैं।' कांग्रेस के नेता पूछ रहे हैं कि क्या बिहार में अब जीना भी अपराध है?
पप्पू यादव पहुंचे घटनास्थल?
इस घटना के बाद रात में ही सांसद पप्पू यादव घटनास्थल पर पहुंच गए थे। पप्पू यादव ने गोपाल खेमका के परिवार के लोगों से मुलाकात भी की। पप्पू यादव ने एक्स पर लिखा, 'राजधानी पटना में गांधी मैदान के पास राज्य के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका जी की हत्या कर दी गई। सरकार को शर्म से डूब मरना चाहिए। बिहार पुलिस को चुल्लू भर पानी में नाक रगड़ कर आत्महत्या कर लेनी चाहिए।'
पप्पू यादव ने गोपाल कांडा के परिवार के साथ तस्वीरें शेयर कर लिखा, 'इस बच्चे को क्या दिलासा दूं? सात साल पहले गोपाल खेमका जी के पुत्र गुंजन खेमका की हत्या हुई थी, उन्हें न्याय का भरोसा दिलाने गया था। अगर उस वक्त सरकार अपराधियों की साझीदार न बनकर, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करती तो आज गोपाल खेमका जी की हत्या न होती। जैसे ही सूचना मिली मैं वहां पहुंचा। इस क्रूर महा गुNDAराज में कोई सुरक्षित नहीं है, अपराधियों का किला बन गया है बिहार। नीतीश जी बख्श दीजिए बिहार को।'
'बिहार हत्यारों की सरकार'
आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस घटना के बाद सरकार पर तीखे हमला किया और NDA पर प्रश्न खड़े किए। उन्होंने कहा, 'गोपाल खेमका का परिवार क्या सोचेगा? यह घटना देर रात की है। क्या यहां सरकार नाम की कोई चीज है? मैं अब यह सवाल किसी से नहीं पूछूंगा। हत्यारों को लगता है कि सरकार उनकी है। वे जब चाहें, जहां चाहें किसी की भी हत्या कर सकते हैं। ऐसा लग रहा है राज्य सरकार को कोई अधिकार नहीं है, उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन्होंने बिहार के साथ क्या कर दिया है।'
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क्या बोली जेडीयू?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के नेताओं ने इस घटना पर जांच की बात कही। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, 'गोपाल खेमका की हत्या कैसे हुई, यह पता लगाना हमारे लिए चुनौती है। जिस तरह से गांधी मैदान के बगल में आपराधिक घटना को अंजाम दिया गया उसको देखते हुए पुलिस ने सिटी एसपी सेंट्रल के नेतृत्व में तुरंत एसआईटी का गठन किया है। हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द नतीजे आएंगे।'
जेडीयू नेता श्याम रजक कहते हैं, 'गोपाल खेमका मेरे परिवार के सदस्य की तरह थे। हमारा रिश्ता 45 साल तक चला यह काफी हैरान करने वाला है कि उनके जैसा कोई व्यक्ति किसी का दुश्मन हो सकता है। ऐसी परिस्थितियों में उनकी मृत्यु होना चिंताजनक है, क्योंकि उनका किसी से कोई झगड़ा नहीं था। उनकी हत्या कई सवाल खड़े करती है। पुलिस जांच कर रही है और पता लगाएगी कि हत्या के कारण क्या रहे।'