संजय सिंह, पटना: मधेपुरा के आरजेडी विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर का नाता विवादों से नही छूट पा रहा है। इस बार उनके खिलाफ एक निर्माण कंपनी के मैनेजर ने सदर थाने में रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया है। इसके पहले उसी कंपनी के मजदूर द्वारा मारपीट करने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस घटना को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इधर विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताया है। 

 

मधेपुरा नगर परिषद में हुडको द्वारा 72 करोड़ रुपये की लागत से नाला निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह काम पटना के एक निर्माण एजेंसी करवा रही है। निर्माण एजेंसी के मैनेजर अमित कुमार ने आरजेडी विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर और उनके प्रतिनिधि आलोक कुमार मुन्ना पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। सदर थाना को दिए आवेदन में उन्होंने विधायक पर निर्माण कार्य में अनावश्यक हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया है। कार्य को सुचारु रूप से पूरा करने के लिए अंगरक्षक और पुलिस बल की भी मांग की गई है। थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार ने बताया कि विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

 

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पूर्व में भी हुई थी एफआईआर

आरजेडी विधायक पर यह दूसरी एफआईआर दर्ज हुई है। उनके ऊपर आरोप था कि 23 नवंबर को विधायक योजना का निरीक्षण करने गए थे। निर्माण स्थल पर मजदूर सोनू निगम मिला था। निर्माण कार्य में घटिया सामग्री लगाने को लेकर विधायक ने मजदूर को गाली गलौज किया था और थप्पड़ मार दिया था। मजदूर के आवेदन पर विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। थप्पड़ मारने के बाद निर्माण कार्य में लगे मजदूर पूरी तरह डर गए थे। बाद में अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मजदूरों ने निर्माण कार्य शुरू किया था। 

क्या बोले विधायक?

विधायक ने कहा, ‘मैं फर्जी मुकदमे की गीदड़भभकी से डरनेवाला नही हूं। नाला निर्माण कार्य डीपीआर के मुताबिक नही हो रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरा यह मुहिम जारी रहेगी।’ 

फर्जी विजिलेंस अधिकारी गिरफ्तार

मधेपुरा पुलिस ने एक फर्जी विजिलेंस ऑफिसर को गिरफ्तार कर लिया है। वह अपना आई कार्ड दिखाकर लोगों से मोटी रकम ठगा करता था। मधेपुरा के एएसपी प्रमेंद्र भारती ने बताया कि उन्हें कुछ लोगों ने यह सूचना दी कि फर्जी विजिलेंस ऑफिसर बस स्टैंड के समीप आने जाने वाले वाहनों को रोककर वाहनों की जांच कर रहा है और अवैध वसूली भी कर रहा है।

 

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सूचना पर पुलिस बल के जवानों ने उसे खदेड़कर पकड़ा। उसके पास से एक फर्जी आई कार्ड भी बरामद हुआ है। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम विजय कुमार बताया। वह सहरसा का रहनेवाला है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।