पंजाब के लुधियाना शहर में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। एक शादीशुदा नर्स रेखा की होटल के कमरे में गला घोंटकर हत्या कर दी गई। आरोपी कोई और नहीं, बल्कि उसका प्रेमी अमित निषाद था, जिसके साथ उसके अवैध संबंध थे। यह घटना 12 दिसंबर 2025 को लुधियाना के इंडो-अमेरिकन होटल में हुई, जहां दोनों समय बिताने के लिए ठहरे थे। हालांकि, शादी के वादे और सगाई की खबर ने सब कुछ बदल दिया और एक छोटी-सी बहस हिंसक झड़प में बदल गई, जो अंततः हत्या तक पहुंच गई।
रेखा की जिंदगी की कहानी खुद में एक ट्रेजडी है। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की रहने वाली रेखा की शादी करीब 11 साल पहले हुई थी। शुरू के छह साल तक उसका वैवाहिक जीवन खुशहाल रहा। इस दौरान उसे तीन बच्चे हुए। दो बेटे युवराज और शांत तथा एक बेटी स्वीटी। लेकिन करीब पांच-छह साल पहले उसकी जिंदगी में अमित निषाद की एंट्री हुई। अमित एम्ब्रॉयडरी का काम करता था और दोनों के बीच जल्द ही गहरे संबंध स्थापित हो गए। रेखा के भाई के अनुसार, इसी प्रेम संबंध की वजह से उसके पति के साथ अनबन शुरू हो गई। रेखा ने अमित से शादी का वादा लिया था और अमित ने भी उसे आश्वासन दिया था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, संबंधों में दरार आने लगी।
यह भी पढे़ं: दिल्ली में भारी प्रदूषण, घने कोहरे की वजह से 228 फ्लाइट कैंसल, कई डायवर्ट
पति से हुआ तलाक
रेखा के अवैध संबंधों का पता चलने पर उसके पति और परिवार ने उसे काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। विवाद इतना बढ़ गया कि रेखा ने अपने पति पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिया। आरोप था कि पति खर्च नहीं देते।
इस मामले में पति को तीन महीने की जेल भी काटनी पड़ी। इसके बाद दोनों अलग हो गए और कोर्ट में तलाक का मामला चल रहा था। रेखा लुधियाना में करीब सात साल से रह रही थी। उसके पति मेडिकल लाइन में काम करते थे और रेखा ने उन्हीं से नर्सिंग का बेसिक ज्ञान सीखा। पति से अलग होने के बाद वह भारती कॉलोनी में अपने दोनों बेटों के साथ किराए के मकान में रहने लगी। यहां उसने एक छोटा-सा क्लिनिक खोल लिया, जहां लोगों का मामूली इलाज करती थी।
रेखा की जिंदगी में दुखों की कमी नहीं थी। करीब एक साल पहले उसकी बड़ी बेटी स्वीटी की फेफड़ों की बीमारी से मौत हो गई थी। इस सदमे से वह कभी उबर नहीं पाई। फिर भी, वह अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही थी।
सोशल मीडिया पर सक्रिय रेखा इंस्टाग्राम रील्स बनाने की शौकीन थी। वह अपने क्लिनिक में ही अलग-अलग भाषाओं के फिल्मी गानों पर डांस करके रील्स बनाती और पोस्ट करती। ये रील्स उसकी जिंदगी का एक रंगीन पक्ष दिखाती थीं, लेकिन असलियत में उसकी शादीशुदा जिंदगी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी थी और इसके लिए जिम्मेदार वही अमित था, जिसने अंततः उसकी जान ले ली।
तीन साल पुराना था अवैध संबंध
अमित और रेखा के संबंध करीब तीन साल पुराने थे। इस दौरान दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने रहे। रेखा अमित पर शादी के लिए लगातार दबाव डाल रही थी। हत्या से करीब तीन महीने पहले भी दोनों में झगड़ा हुआ था। लेकिन 12 दिसंबर को दोनों इंडो-अमेरिकन होटल में मिले। पुलिस जांच के अनुसार, होटल के कमरे में दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए। इसी दौरान अमित ने रेखा को बताया कि उसके घरवालों ने उसकी सगाई कहीं और कर दी है। यह सुनकर रेखा आग-बबूला हो गई। उसने शादी न करने पर गुस्सा जताया और बहस शुरू हो गई।
प्रेमी ने कर दी महिला की हत्या
बहस हाथापाई में बदल गई। रेखा ने कमरे में रखे कटर से अमित के निजी अंग पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। खून बहने लगा और अमित दर्द से तड़प उठा। गुस्से में आकर अमित ने रेखा के चेहरे पर मुक्के मारे, उसके सिर पर चोट की और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। रेखा के शरीर पर खरोंचें और चोट के निशान मिले। हत्या के बाद अमित ने रेखा का मोबाइल फोन अपने साथ ले लिया और खाना लाने के बहाने होटल से निकल गया।
वह सीधे चंडीगढ़ के PGI अस्पताल पहुंचा, जहां उसका इलाज चल रहा है। शुरू में उसने डॉक्टरों और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और कहा कि बदमाशों ने हमला किया है। लेकिन होटल से मिली सूचना और जांच से सच सामने आ गया। पुलिस ने अमित को गिरफ्तार कर लिया है।
यह भी पढ़ें: अमृतपाल के बहाने AAP को कैसे घेर रही बीजेपी? कहानी कुछ और है
भाई को मिली खबर
रेखा की मौत की खबर उसके भाई तक 13 दिसंबर की शाम पहुंची। भाई फरीदाबाद से लुधियाना आए। उन्होंने बताया कि पहले तो यकीन नहीं हुआ, लेकिन न्यूज में छपी फोटो देखकर पता चला कि मरने वाली उनकी बहन ही है। पति को फोन किया, लेकिन उन्होंने नहीं उठाया। बाद में घर से एक महिला ने फोन पर कहा कि रेखा मर गई तो यह खुशी की बात है। यह सुनकर परिवार को और दुख हुआ। सोमवार को तीन डॉक्टरों के पैनल ने रेखा का पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें गला घोंटने से मौत की पुष्टि हुई। शव वारिसों को सौंप दिया गया।
