दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार को घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से बड़ा हंगामा मच गया। एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, करीब 228 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 5 उड़ानें दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट करनी पड़ीं।
दिल्ली एयरपोर्ट के अनुसार, रद्द हुई उड़ानों में 131 जाने वाली और 97 आने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं। सुबह के समय राजधानी में विजिबिलिटी बहुत कम हो गई थी, जिससे यह समस्या हुई। अभी उड़ानें CAT III हालात में चल रही हैं। इस सिस्टम से बहुत कम विजिबिलिटी में भी विमान लैंड कर सकते हैं, लेकिन इससे देरी और कैंसिलेशन आम हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें: दिल्ली-NCR में 500 तक पहुंचा AQI, कई देशों ने जारी कर दी एडवाइजरी
जानकारी चेक करने की सलाह
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने यात्रियों को सलाह दी है कि एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी एयरलाइन से फ्लाइट की ताजा जानकारी जरूर चेक करें। मिनिस्ट्री ने X पर पोस्ट किया, 'उत्तर भारत में भारी कोहरा है। दिल्ली और दूसरे एयरपोर्ट्स पर विजिबिलिटी बहुत कम है। यात्रियों से अनुरोध है कि एयरलाइन से फ्लाइट स्टेटस चेक करें और एयरपोर्ट वेबसाइट देखें। ज्यादा समय लेकर निकलें।'
मिनिस्ट्री ने आगे कहा, 'यात्रियों की सुरक्षा सबसे ऊपर है। हमारी टीमें और एयर ट्रैफिक कंट्रोल दिन-रात मेहनत कर रही हैं ताकि परेशानी कम हो। धन्यवाद आपके धैर्य के लिए।'
एयर इंडिया ने भी जारी किया अलर्ट
इंडिगो और एयर इंडिया जैसी एयरलाइंस ने भी अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली और उत्तर भारत के दूसरे हिस्सों में कोहरे से शेड्यूल प्रभावित हो सकता है। इंडिगो ने कहा कि वे मौसम पर नजर रख रहे हैं और यात्रियों को मदद के लिए उनकी टीम तैयार है।
इस सबके बीच दिल्ली में घना स्मॉग और कोहरा छाया हुआ है। विजिबिलिटी कम होने से हवा की गुणवत्ता भी बहुत खराब हो गई है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'सीवियर' कैटेगरी में है, कुछ जगहों पर 498 तक पहुंच गया, जो 500 के ज्यादा करीब है।
गंभीर लेवल पर प्रदूषण
कई जगहों पर AQI सीवियर लेवल पर है। लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। रविवार को AQI 461 था, जो इस सर्दी का सबसे खराब दिन था।
यह भी पढ़ेंः धार्मिक पर्यटन के लिए मशहूर मथुरा, 'जामताड़ा' की तरह बदनाम क्यों हुआ?
मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी कोहरा और खराब हवा की स्थिति बनी रह सकती है। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि खासकर बच्चे, बुजुर्ग और सांस की बीमारी वाले लोग सावधानी बरतें। बाहर कम निकलें और जरूरी सावधानियां अपनाएं।