तमाम विरोधों और असहमतियों के बावजूद वक्फ बिल दोनों सदनों से पास हो चुका है और राष्ट्रपति ने इस पर दस्तखत भी कर दिए हैं। जिस दिन यह बिल राज्यसभा में पास हो रहा था, तब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। अब पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने एक अजीबोगरीब बात कही है। उन्होंने कहा है कि अगर बात नहीं मानी गई है तो वह कोलकाता में 10 हजार लोगों को धरने पर बिठा देंगे। उन्होंने कहा कि जब वह ऐसा करेंगे तब स्थिति पूरी तरह से बदल जाएगी। सद्दीकुल्लाह का यह बयान अब तेजी से वायरल भी हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि वक्फ कानून में किए गए संशोधन को तुरंत वापस लिया जाए। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी ऐलान कर चुकी हैं कि वक्फ बिल को उनके राज्य में लागू नहीं होने दिया जाएगा।
जमीयत-ए-उलेमा हिंद की पश्चिम बंगाल इकाई ने गुरुवार को कोलकाता में एक बड़ी रैली आयोजित की थी। इसी रैली को संबोधित करने पश्चिम बंगाल सरकार के लाइब्रेरी मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी भी पहुंचे थे। इसी रैली के दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की सड़कों को जाम करने को लेकर जो कहा, अब वह चर्चा का विषय बन गया है। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी उनके बयान को लेकर उनकी आलोचना की है। बीजेपी ने कहा है कि जब मंत्री ही इस तरह की बात कर रहे हैं तो बाकी क्या ही करेंगे।
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सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा क्या था?
इस रैली को संबोधित करते हुए सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा, 'मैं आप लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि आसपास के अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों को कोई समस्या न हो क्योंकि उन्हें समस्या पहुंचाना हमारा काम नहीं है। मौलाली में जो लोग पुलिस के सामने गलत हरकतें कर रहे हैं, मैं उनसे अनुरोध कर रहा हूं कि वे अंदर आ जाएं और मेन रोड को खाली कर दें। अगर हमें यही करना होता हमने सड़क बंद कर दी होती और 50 जगहों पर 2 हजार लोग बिठा दिए होते।'
उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा अभी नहीं हो रहा है लेकिन आगे ऐसा होगा। पहले मैं जिले को थोड़ा टाइट करूंगा फिर 10 हजार लोग कोलकाता में बिठा दूंगा। वे आएंगे, बताशा, मुड़ी और गुड़ खाएंगे और कुछ दिन बैठेंगे। कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, आप देखेंगे कि कैसे स्थिति बदल जाती है।'
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बयान पर भड़की BJP
उनके इस वीडियो को BJP के नेताओं ने भी खूब शेयर किया है और TMC की आलोचना की है। बीजेपी पश्चिम बंगाल ने 10 अप्रैल को किए एक ट्वीट में लिखा था, 'कोलकाता पर कब्जा हो गया है। सिद्दीकु्ल्लाह चौधरी के उकसाने पर इस्लामिक भीड़ ने हावड़ा ब्रिज, मौलाली और कई अन्य इलाकों को जाम करके शहर को पंगु बना दिया है। सिद्दीकुल्लाह चौधरी का दावा है कि राजभवन और साउध कोलकाता भी वक्फ बोर्ड का है। कभी आम जनता के खिलाफ सख्ती से पेश आने वाली पुलिस आज ममता की वोट बैंक पॉलिटिक्स के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रही है। जैसे-जैसे मुर्शिदाबाद और हुगली जलता है, ममता भीड़ की रक्षा करती हैं। अगर वक्फ इतना ही पवित्र है तो ममता अपनी ही संपत्ति क्यों नहीं दान कर देतीं।'
बता दें कि सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री का फोन भी आया था कि वक्फ संशोधन अधिनियम पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा है, 'आप लोग तब तक आंदोलन जारी रखें, जब तक केंद्र सरकार इसे वापस नहीं ले लेती।' हालांकि, उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि वे हिंसा से दूर रहें। बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
बयानों के लिए हर बार चर्चा में आए सिद्दीकुल्लाह
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब सिद्दीकुल्लाह चौधरी अपने बयानों को लेकर चर्चा या विवादों में आए हों। पहले भी ऐसे कई मौके आए हैं जब अपने बयानों की वजह से सिद्दीकुल्लाह चर्चा का केंद्र बने हैं। साल 2021 में इन्हीं सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा था, 'बंगाल में 1000-1200 साल से गाय का मांस खाया जाता रहा है, इससे वोट का क्या मतलब है?' उन्होंने गोकशी रोकने के सवाल पर यह बयान दिया था और कहा था कि पश्चिम बंगाल में गोकशी पर कभी भी रोक नहीं लगाई जाएगी।
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साल 2023 में इजरायल और हमास की लड़ाई छिड़ने के बाद सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा था कि इस लड़ाई में वह गाजा और फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा था, 'हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं, उन्हें जो भी जरूरत होगी हम देंगे। खून की जरूरत पड़ेगी तो खून देंगे, जो चाहिए होगा वह देंगे और हर तरह से मदद करेंगे।'
साल 2019 में जब नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी CAA लागू किया गया था तब सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा था कि अगर CAA वापस नहीं लिया गया और अमित शाह बंगाल आए तो उन्हें एयरपोर्ट से बाहर कदम नहीं रखने दिया जाएगा। तीन तलाक बिल और यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ भी वह अपनी आवाज मुखर करते रहे हैं।