पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद के निर्माण की घोषणा करने वाले पार्टी विधायक हुमायूं कबीर को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि छह दिसंबर को बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखी जाएगी। कबीर टीएमसी के वो विधायक रहे हैं जो, पिछले कई सालों से पार्टी के आंतरिक मामलों समेत अलग-अलग मुद्दों पर बयान देकर चर्चा में रहे हैं।
टीएमसी ने हुमायूं कबीर के निलंबन की घोषणा करते हुए कहा कि उनका व्यवहार ऐसे समय में अत्यंत अनुशासनहीनता है, जब पार्टी राज्य में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए काम कर रही है। ममता बनर्जी सरकार में वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, 'कबीर सांप्रदायिक राजनीति में लिप्त हैं, जिसके टीएमसी सख्त खिलाफ है। टीएमसी सांप्रदायिक राजनीति में विश्वास नहीं रखती। अब उनका पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं है। हमारे शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उन्हें निलंबित किया जा रहा है।'
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ममता को आरएसएस का मुख्यमंत्री बताया
पार्टी से अपने निलंबन के बाद हुमायूं कबीर ने कहा कि जब ममता बनर्जी पहली बार पावर में आई थीं, तो उन्हें 182 सीटें मिली थीं। मैं कांग्रेस का विधायक चुनकर आया था, बाद में मुझे टीएमसी पार्टी में शामिल किया गया। मेरे साथ 12-13 साल तक ऐसा क्यों किया गया? मुझे पार्टी में क्यों शामिल किया गया? इस दौरान हुमायूं कबीर ने ममता बनर्जी को आरएसएस का मुख्यमंत्री बताया।
उन्होंने कहा, 'आज, मुख्यमंत्री लोगों से पैसे लेकर जगन्नाथ मंदिर बनाती हैं, वे दुर्गा पूजा के लिए पैसे देते हैं। मुस्लिम मौलवियों को 3000 अलाउंस दिया जाता है, सभी अलाउंस मिलाकर 54,000 दिए जा रहे हैं। जबकि कमेटियों को हर साल 1,10,000 दिए जाते हैं। वह आरएसएस के लिए काम कर रही हैं।'
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नई पार्टी बनाने की घोषणा
बहरामपुर जिले में मीडिया से बात करते हुए विधायक हुमायूं कबीर ने आगामी 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी। निलंबन की घोषणा के समय हुमायूं कबीर बहरामपुर जिले में उस मैदान में मौजूद थे, जहां मुख्यमंत्री रैली को संबोधित करने वाली हैं। कबीर ने प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा कि निलंबन 'जानबूझकर किया गया अपमान' है। उन्होंने कहा कि वह विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर 22 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में नया राजनीतिक संगठन बनाएंगे।
कबीर ने कहा कि उनका संगठन राज्य में कुल 294 विधानसभा सीटों में से 135 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगी। उन्होंने कहा कि वह टीएमसी और बीजेपी दोनों के खिलाफ लड़ेंगे।
गिरफ्तारी देने की कही बात
उन्होंने आरोप लगाया,'मैं धर्मनिरपेक्ष राजनीति को लेकर मुख्यमंत्री और टीएमसी के दोहरे रवैये को उजागर कर दूंगा। टीएमसी अल्पसंख्यकों को मूर्ख बना रही है और आरएसएस-बीजेपी के साथ उसकी मिलीभगत है। छह दिसंबर को मैं योजना के अनुसार आगे बढ़ूंगा। मैं योजना रद्द नहीं करूंगा। अगर प्रशासन ने मुझे आधारशिला रखने से रोका तो मैं धरने पर बैठ जाऊंगा और गिरफ्तारी दूंगा। मुझे न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है।'
क्यों हुई थी कार्रवाई?
दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में बाबरी मस्जिद बनाने का ऐलान किया था। इनके इस फैसले को लेकर टीएमसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
