उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को कोडीन कफ सिरस केस में जमकर हंगामा बरपा है। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने कोडीन कफ सिरप के अवैध कारोबार को लेकर सदन में हंगामा किया। समाजवादी पार्टी के विधायकों ने अध्यक्ष के आसन के सामने आकर सरकार विरोधी नारे लगाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी ही आरोप लगाते हुए कहा कि कफ सिरप के माफियाओं को लाइसेंस भी समाजवादी पार्टी की सरकार में मिला था। उन्होंने कहा कि यूपी में कोई कफ सिरप की अवैध फैक्ट्री नहीं है, यूपी में एक भी मौत नहीं हुई है, तमिलनाडु में कोडिन कफ सिरप का निर्माण हुआ है। 

सोमवार को विधानसभा सत्र की शुरुआत के साथ ही सदन में कोडीन कफ सिरप केस पर हंगामा होना शुरू हो गया। विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि इस कफ सिरप से सैकड़ों बच्‍चों की जान गई है। मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने इससे इंकार करते हुए दावा किया कि यूपी में इससे एक भी मौत नहीं हुई है। 

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सीएम योगी ने क्या कहा?

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कफ सिरप केस पर कहा, 'सरकार ने कार्रवाई की है और सरकार ने इसके लिए 79 अभियोग अभी तक दर्ज किए हैं। इसमें अभी तक 225 अभियुक्तों को नामजद किया है। अभी तक 78 अभियुक्त गिरफ्तार हुए हैं। STF इसकी जांच कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस लड़ाई को लड़ा है और जीता है।'

  • सीएम योगी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से कोई मौत नहीं हुई है। 2016 में इसके सबसे बड़े होल सेलर को सपा ने लाइसेंस दिया था। कोडीन कफ सिरप का मुद्दा था नकली दवाओं के कारण होने वाली मौतों का। समय-समय पर विभाग इसे लेकर छापेमारी और कार्रवाई करता रहा है। अब अगर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई होती है तो चिल्लाना मत।'
  • सीएम योगी ने कहा, 'इस मामले पर मुझे इसलिए खड़ा होना पड़ा क्योंकि नेता विरोधी दल ने सदन की कार्रवाई शुरू होते ही इस मुद्दे को उठाया है। मैं कारण जानता हूं और एक छोटी सी कहावत है कि चोर की दाढ़ी में तिनका। यूपी के अंदर कोडीन कफ सिरप के मामले में जिसको नेता विरोधी दल से उनकी उम्र के चौथे पन में समाजवादी उनसे झूठ बुलवा रहे हैं, उन्हें सच बोलने का आदी होना चाहिए।'

  • सीएम योगी ने कहा, 'इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। यूपी में इसका सबसे बड़ा होलसेलर है, जिसको सबसे पहले एसटीएफ ने पकड़ा और 2016 में उसको समाजवादी पार्टी ने लाइसेंस जारी किया था। यूपी के अंदर कोडीन कफ सिरप के केवल स्टॉकिस्ट और होलसेलर हैं और इसका यहां उत्‍पाद नहीं होता है। इसका उत्‍पादन मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश समेत अन्‍य राज्‍यों में होता है और जो मौत के प्रकरण सामने आए, वह दूसरे राज्यों में आए।'

समाजवादी पार्टी ने उठाया कफ सिरप का मुद्दा 

विधानसभा सत्र की शुरुआत में प्रश्नकाल दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा, 'कोडीन का मामला पूरे प्रदेश में जाल की तरह फैला है और यह बहुत दिनों से चल रहा है, WHO ने भी इसका संज्ञान लिया है। इसके सेवन से सैकड़ों बच्‍चों की जान गई है और हजारों करोड़ रुपये का धंधा भी हुआ है। इसकी जानकारी सरकार को पहले हो जानी चाहिए थी। सरकार के पास इंटेलिजेंस है, सरकार के पास खुफिया एजेंसियां हैं, इनको पहले इसकी जानकारी हो जाती और उस हिसाब से कार्रवाई की गई होती तो सैकड़ों बच्‍चों की जान को बचाया जा सकता था।'

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माता प्रसाद पांडेय, नेता विपक्ष, यूपी विधानसभा:-
आरोप प्रत्‍यारोप चल रहा है तो इस पर चर्चा करा लें और मुख्‍यमंत्री सरकार का पक्ष स्पष्ट करें। कहा जा रहा है कि इसमें समाजवादी पार्टी के लोग हैं तो मेरी मांग है कि उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन साथ ही जो दूसरे लोग इसमें शामिल हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।'

सरकार ने विधानसभा में क्या जवाब दिया?


संसदीय कार्य व‍ वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्‍ना ने कहा 'यूपी में इससे एक भी मौत नहीं हुई है, ये जो आरोप लगा रहे हैं गलत है। कोडीन के मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार तैयार है। बड़े पैमाने पर लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। विपक्ष के पास नकारात्‍मक सोच के अलावा कोई एजेंडा नहीं है। केवल नकारात्मकता फैलाना और समाज को गुमराह करना इनका एजेंडा है।'

समाजवादी पार्टी के विधायकों ने किया स्पीकर के सामने हंगामा

समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन को घेर लिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विपक्षी सदस्यों से कई बार सीट पर बैठने का अनुरोध किया। विधायक माने नहीं। सदन में खूब हंगामा बरपा। 

सतीश महाना, यूपी विधानसभा अध्यक्ष:-
आपने नियम 56, सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग के तहत नोटिस दिया है और जब उसका समय आएगा तो आपको जानकारी मिलेगी। अभी आप प्रश्नकाल चलने दीजिए, आप जो तथ्‍य लेकर आए हैं, उस पर सरकार जवाब देगी।

माता प्रसाद पांडेय ने जवाब में कहा कि आप हमारी चर्चा स्वीकार कर लीजिए। सतीश महाना ने कहा, 'नियम 56 का समय आएगा तो सरकार जवाब देगी। दोनों पक्षों की बात सुनकर अगर लगेगा कि चर्चा की जरूरत है तो चर्चा कराई जाएगी। संसदीय मंत्री ने कहा कि एक भी मौत कोडीन से नहीं हुई लेकिन आप कह रहे हैं कि मौत हुई है।' समाजवादी पार्टिी के विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया। कुछ विधायकों ने सदन का वॉकआउट किया। फिर आकर अपनी सीट पर बैठ गए। विधानसभा में कफ सिरप पर अभी हंगामे के आसार हैं।