अगले साल यानी 2026 में स्मार्टफोन महंगे हो जाएंगे। यह खुलासा हाल ही में काउंटरपॉइंट रिसर्च से हुआ है। इसमें बताया गया है कि मेमोरी की कमी के कारण बॉक्स ऑफ मेमोरी (BOM) की लागत बढ़ने से 2026 के स्मार्टफोन शिपमेंट 2.1% की कमी आने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया कि DRAM (Dynamic Random Access Memory) की कीमतों में उछाल की वजह से पहले ही कम, मध्यम और उच्च श्रेणी के स्मार्टफोन के BoM (बोर्ड ऑफ मैटर) की लागत में करीब 25%, 15% और 10% का इजाफा हो चुका है। उम्मीद है कि 2026 की दूसरी तिमाही तक लागत में 8% से 15% और इजाफा होगा। 

 

रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई सेंटर डेटा सेंटर्स की बढ़ती मांग के कारण ग्लोबल स्तर पर मेमोरी चिप की कमी है। इसका असर स्मार्टफोन निर्माण उद्योग पर पड़ेगा। अगले साल स्मार्टफोन की औसत विक्रय मूल्य में सालाना आधार पर 6.9% का इजाफा होने की उम्मीद है। सितंबर के अनुमान 3.6% की तुलना में यह दोगुना है।

 

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इन स्मार्टफोन्स पर ज्यादा असर

काउंटरपॉइंट के अनुसंधान निदेशक एमएस ह्वांग ने बताया कि 200 डॉलर से कम कीमत वाले स्मार्टफोन सबसे बुरी तरह से प्रभावित हैं। उनकी कीमतों में साल दर साल 20%-30% का इजाफा हुआ है। वहीं मध्य और उच्च-स्तर के स्मार्टफोन की कीमतों में 10 से 15% की वृद्धि देखी गई है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 2026 की दूसरी तिमाही तक मेमोरी की कीमतों में 40% का और इजाफा हो सकता है। इससे स्मार्टफोन की कीमतों में 8% से 15% और बढ़ सकती हैं।

 

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पुराने पुर्जे इस्तेमाल कर रहीं कंपनियां

वरिष्ठ विश्लेषक यांग वांग ने बताया कि मेमोरी की कमी से निपटने में सैमसैंग और एप्पल मजबूत स्थिति में हैं। मगर अन्य कंपनियों को मु्श्किल का सामना करना होगा। इसका असर खासकर चीनी कंपनियों पर पड़ेगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कुछ निर्माता अपने कुछ मॉडलों में कैमरा मॉड्यूल, डिस्प्ले, ऑडियो कंपोनेंट्स और मेमोरी कॉन्फ़िगरेशन में कमी कर रहे या पुराने पुर्जों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ कंपनियां ग्राहकों को अपने प्रो मॉडल की तरफ प्रेरित कर रही हैं।