दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लागू किए गए GRAP स्टेज-4 के सख्त नियमों ने गुरुवार सुबह राजधानी की सीमाओं पर अचानक हड़कंप मचा दिया। तड़के ही गैर-दिल्ली और BS-6 मानकों पर खरे न उतरने वाले वाहनों की एंट्री पर रोक लागू होते ही बॉर्डर इलाकों पर भारी अव्यवस्था देखने को मिली। रोजमर्रा की आवाजाही वाले रास्ते कुछ ही देर में अस्थायी चेकपोस्ट में बदल गए, जहां पुलिस ने बैरिकेड लगाकर एक-एक गाड़ी की जांच शुरू कर दी। पीक ऑवर्स में दफ्तर, अस्पताल और जरूरी कामों के लिए निकलने वाले हजारों लोग बिना किसी पूर्व जानकारी के जाम में फंस गए।
बार्डर पर लगातार सीटी बजाती पुलिस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जांच और BS-6 नियमों को लेकर उलझन ने हालात और कठिन बना दिए। कई ड्राइवरों को यह तक पता नहीं था कि उनकी गाड़ी BS-6 है या नहीं, वहीं अचानक रोके जाने और यू-टर्न लेने से सड़कों पर लंबा जाम लग गया। दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर सुबह से शाम तक यही हाल रहा, जिससे लोगों में नाराजगी और प्रशासन की तैयारी को लेकर सवाल खड़े हो गए।
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पहले दिन बार्डर से वापस की गईं 2700 से ज्यादा गाड़ियां
दिल्ली की 13 प्रमुख बार्डर- कापसहेड़ा से लेकर बदरपुर तक, शाम 4 बजे तक कुल 2,768 गाड़ियों की जांच की गई। इनमें से 460 गाड़ियां नियमों के मुताबिक न होने पर वापस भेज दिए गए। सबसे ज्यादा गाड़ियां नजफगढ़ (175), सरिता विहार/कालिंदी कुंज (93) और बदरपुर (33) से लौटाई गईं। नोएडा-कालिंदी कुंज बॉर्डर पर ही सुबह 9:30 से 10:30 बजे के बीच करीब 30 कारों को वापस जाना पड़ा।
कैसे चेक करें कि आपकी गाड़ी BS6 है या नहीं
RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) से चेक करें
- अपनी गाड़ी की RC बुक या स्मार्ट कार्ड देखें
- उसमें 'Emission Norms' या 'Fuel Norms' लिखा होता है
- अगर वहां BS VI / Bharat Stage VI लिखा है, तो आपकी गाड़ी BS-6 है
- अगर BS IV या BS V लिखा है, तो वह BS-6 नहीं मानी जाएगी
mParivahan ऐप या वेबसाइट से
- अपने मोबाइल में mParivahan ऐप डाउनलोड करें या वेबसाइट खोलें
- गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर डालें
- वहां गाड़ी की पूरी जानकारी के साथ Emission Norms दिखाई देती है
- यहीं से BS-6 की पुष्टि हो जाती है
गाड़ी की खरीद तारीख से पहचान
- 1 अप्रैल 2020 के बाद भारत में रजिस्टर्ड सभी नई गाड़ियां अनिवार्य रूप से BS-6 होती हैं
- अगर आपकी कार अप्रैल 2020 के बाद खरीदी गई है, तो लगभग तय है कि वह BS-6 है
- इंजन और स्टिकर से कैसे समझें
- कई BS-6 गाड़ियों के इंजन बे या बोनट के अंदर BS-VI स्टिकर लगा होता है
- कुछ गाड़ियों में ग्रीन BS-6 टैग भी मिलता है
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डीलर या सर्विस सेंटर से पुष्टि
- अपने गाड़ी के डीलर या ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर में जाकर पूछ सकते हैं
- वे चेसिस नंबर से तुरंत बता देंगे कि गाड़ी BS-6 है या नहीं
- पेट्रोल और डीजल में फर्क
- पेट्रोल BS-6 कारें आमतौर पर आसानी से पहचानी जा सकती हैं
- डीज़ल BS-6 कारों में DPF (Diesel Particulate Filter) होता है, जो BS-4 में नहीं होता
जरूरी सलाह
अगर आप दिल्ली-NCR या बड़े शहरों में यात्रा करते हैं, तो घर से निकलने से पहले अपनी गाड़ी का BS स्टेटस जरूर चेक कर लें, जिससे रास्ते में रोके जाने या वापस लौटने की परेशानी न हो।
