टीनएज में हमारे शरीर में कई बदलाव आते हैं और इन बदलावों के दौरान हमारे चेहरे पर मुंहासे भी निकल आते हैं। कुछ लोगों के चेहरे पर यह मुंहासे थोड़े समय के लिए आते हैं तो कुछ के चेहरे पर दाग की तरह सालों तक रह जाते हैं। इनसे कई लोग परेशान रहते हैं और कई लोगों को तो टीनएज के बाद भी इस तरह की दिक्कतें आती रहती हैं। इन सब से बचने के लिए लोग नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग अपने चेहरे पर मछली के स्पर्म से बने इंजेक्शन लगवा रहे हैं ताकि उनके चेहरे से फिलर्स और दाग खत्म हो जाएं।
बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में चार्ली एक्ससीएक्स नाम की एक महिला की कहानी बताई है जिसने अपने चेहरे को साफ करने के लिए मछली के स्पर्म का इंजेक्शन लगवाया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वह महिला एक ब्यूटी क्लिनिक में लेटी हुई हैं और उनके गाल पर एक इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन ट्राउट स्पर्म यानी शुद्ध शुक्राणु नहीं होता बल्कि पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स होता है। यह मछली के डीएनए से निकाला जाता है।
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क्या खत्म हो जाते हैं फिलर्स?
इस ट्रीटमेंट में पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स को स्किन में इंजेक्शन के जरिए डाला जाता है और यह विटामिन की तरह होते हैं। अब आपके मन में सवाल हो सकता है कि मछली का डीएनए ही क्यों स्किन में जाला जाता है। इस सवाल के जवाब में बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि हमारा डीएनए मछली के डीएनए से काफी मिलता-जुलता है। स्किन में जाते ही डीएनए हमारी स्किन की कोशिकाओं को एक्टिव कर देता है, जिससे कोलेजन और इलास्टिन ज्यादा मात्रा में पैदा होती है। यह दो प्रोटीन के अलग-अलग रूप हैं और हमारी स्किन की सुंदरता को बनाए रखते हैं।
इस ट्रीटमेंट को स्किन को तरोताजा और स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है। इससे चेहरे के दाग-धब्बों को कम किया जाता है और सालों पुराने मुंहासों का इलाज हो सकता है। इस ट्रीटमैंट को सैमन स्पर्म फेशियल कहा जाता है और लोग अब इसके बारे में खुलकर बात कर रहे हैं। स्किन केयर में इसे एक बड़ा चमत्कार कहा जा रहा है।
क्या बोली चार्ली एक्ससीएक्स?
चार्ली एक्ससीएक्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस ट्रीटमेंट के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि उनके चेहरे पर जो फिलर्स थे वह अब लगभग खत्म हो चुके हैं और वह अब पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स पर आ गई हैं। जानकारों का कहना है कि रीजनरेटिल स्किनकेयर के मामले में पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स एक नया विकल्प बन रहे हैं। ब्यूटी इंडस्ट्री में काम कर रहे लोगों का कहना है कि पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स इंजेक्शन से स्किन पूरी तरह से बदल जाती है। इस इंजेक्शन से स्किन स्वस्थ बनती है और झुर्रियां और निशान कम हो जाते हैं।
कितना खर्च होता है?
पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स इंजेक्शन के एक डोज के लिए 200 से 500 पाउंड यानी 30,000 से 40,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है। पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स इंजेक्शन कई हफ्तों तक हर हफ्ते 2 से 3 बार लगवाना पड़ता है। इसके बाद क्लीनिक की सलाह देते हैं कि अपने लुक को बनाए रखने के लिए आपको हर छह से नौ महीने में इंजेक्शन लगवाना होगा। क्लीनिक में काम करने वाली एक महिला ने बताया कि ज्यादातर ग्राहकों को इस ट्रीटमेंट से फायदा हुआ है लेकिन यह काफी दर्दनाक प्रक्रिया है।
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क्या यह खतरनाक हो सकता है?
पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स सुरक्षित है या नहीं यह अभी बहस का विषय है। एक्सपर्ट्स इस पर अलग-अलग राय रखते हैं। कई लोगों को इस ट्रीटमेंट के कारण स्किन में दिक्कत हो जाती है। कई लोगों को सूजन और आंखों के नीचे काले घेरे की समस्या हो जाती हैं। कुछ मामलों में एलर्जी होने की संभावना हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स को अगर सही से इंजेक्ट ना किया जाए तो स्किन पिगमेन्टेशन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
