2024 में एक पंजाबी गाना रिलीज हुआ जिसका नाम था 'Trump'। सोशल मीडिया में इन दिनों इस पंजाबी गाने की जमकर चर्चा भी हो रही हैं। पंजाब के जाने-माने सिंगर गुर सिद्धू और चीमा वाई ने 6 महीने पहले Jattan de putt nu rok sake na trump सॉन्ग रिलीज किया था।
पंजाबी भाषा की समझ रखने वालों को यह गाना आसानी से समझ आ जाएगा लेकिन जिन्हें पंजाबी बिल्कुल समझ नहीं आती उन्हें बता दें कि इस गाने का मतलब है कि 'जाटों को ट्रंप भी नहीं रोक सकते।'
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गाना हुआ रिलीज और यहां ट्रंप का एक्शन
राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही डोनाल्ड ट्रंप एक्शन मोड में आ गए। टैरिफ से लेकर अवैध प्रवासियों को अमेरिका से निकालने के लिए उन्होंने कई अहम फैसलों पर हस्ताक्षर किए। ऐसे में ट्रंप ने अवैध भारतीय प्रवासियों पर भी कड़ा फैसला सुनाया।
अब तक चार बैच में सैकड़ों अप्रवासी भारतीय अमेरिका से वापस लौट आए हैं। डिपोर्टेशन कांड के बाद अब लोग सॉन्ग के इस लाइन का मजाक उड़ा रहे हैं। कुछ का कहना है कि ट्रंप ने इस गाने को कुछ ज्यादा ही सीरियस ले लिया। हालांकि, कई लोग यह भी दावा कर रहे है कि ट्रंप इस पंजाबी गाने का मतलब समझ गए और भड़ास निकालने के लिए उन्होंने सैकड़ों भारतीयों को डिपोर्ट करने का आदेश दे डाला।
डंकी रूट को किया गया प्रमोट
इस गाने में असंवैधानिक तरीके से अमेरिका जाने के रास्ते यानी डंकी रूट को प्रमोट किया है। गाने को Youtube पर अब तक 5 मिलियन से अधिक व्यूज मिल चुके हैं। लोगों ने इस गाने पर कई तरह के कमेंट भी किया हैं। यह गाना डिपोर्ट हो रहे लोगों के वीडियो पर लगाकर वायरल भी किया जा रहा है। बता दें कि यह गाना 2024 नवंबर में रिलीज किया गया था। गाने में कहा जा रहा है, 'जट्टां दे पुत्तन नू रोक सके ना ट्रंप' (ट्रंप जाटों के बेटों को नहीं रोक सकते)।' इसमें आगे कहा गया है, 'मैं कहा असी नहीं दूतावास च वीजा मांगेया, जिठों लंग आए आ सुखा नहियो जांदा लंघेया' यानी (हम जाट दूतावासों से वीजा नहीं मांगते, जहां से पार करना असंभव है वहां से पार आ गए)।' इस गाने में डंकी रूट को प्रमोट किया गया है।
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गाने का इस्तेमाल डंकी रूट के दौरान हुआ
बता दें कि इस गाने का इस्तेमाल पहले मैक्सिको-अमेरिका सीमा पर भारतीयों के डंकी रूट के दौरान रील में इस्तेमाल किया जाता था। इस गाने को अवैध प्रवासियों के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। अब आलम यह है कि पंजाबी समाचार चैनल तक इस गाने की आलोचना कर रहे हैं। मीडिया चैनलों का मानना है कि ऐसे गाने डंकी रूट को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है जो कि बहुत चिंता का विषय है।
4 बैच में अमेरिकी सैन्य विमान भारत पहुंचा
पहला विमान 104 निर्वासित भारतीयों को लेकर 5 फरवरी को अमृतसर पहुंचा था। निर्वासित नागरिकों में से ज्यादातर पंजाब, गुजरात और हरियाणा के थे। इसके बाद 116 निर्वासित भारतीयों को लेकर दूसरी उड़ान 15 फरवरी को लैंड हुई। फिर 16 फरवरी को, 112 निर्वासित भारतीयों के तीसरे जत्थे को लेकर अमेरिका से एक विमान अमृतसर पहुंचा। चौथा बैच रविवार शाम को, 12 भारतीय नागरिकों को लेकर नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। अमेरिका ने अब तक 300 से अधिक अवैध अप्रवासियों को वापस भारत भेजा है।