यूपीआई लाइट यूजर्स के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, 1 नवंबर से यूपीआई (UPI) में दो नए बदलाव हुए हैं। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में यूपीआई लाइट की ट्रांजेक्शन लिमिट बढ़ा दी है, जिसको देखते हुए 1 नवंबर से यूपीआई लाइट यूजर्स को ज्यादा पेमेंट करने की सुविधा मिलेगी। दूसरे बदलाव की बात करें तो अगर आपका यूपीआई लाइट बैलेंस तय सीमा से नीचे है तो नए ऑटो-टॉप अप सुविधा से ऐप में फिर से पैसे ऐड हो जाएंगे।
अब कितनी होगी ट्रांजेक्शन लिमिट?
नए गाइडलाइन के तहत, यूजर्स अब बिना पिन डाले, 1 हजार रुपये तक का लेने-देन कर सकते हैं। यह पिछली लिमिट 500 रुपये से दोगुनी है। अधिकतम वॉलेट बैलेंस सीमा भी 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दी गई है, हालांकि रोज के ट्रांजेक्शन लिमिट 4,000 रुपये ही रहेगी।
UPI में ऑटो टॉप-अप सुविधा क्या है?
जब बैलेंस लिमिट से कम हो जाता है, तब ऑटो टॉप-अप सुविधा यूजर्स के UPI लाइट अकाउंट को ऑटोमेटिक रिचार्च कर देती है।
यूजर्स अपने UPI ऐप के माध्यम से अपनी पसंदीदा टॉप-अप अमाउंट को सेट कर सकते हैं। इसमें रोजाना ऑटोमेटिक रिचार्ज करने की केवल 5 बार लिमिट होगी।
ऑटो टॉप-अप सुविधा का उपयोग करने के लिए, यूजर्स को अपने UPI ऐप के माध्यम से एक मैंडेट सेट करना होगा, जो उनके बैंक अकाउंट से उनके UPI लाइट वॉलेट में ऑटोमेटिक फंड ट्रांसफर कर देगा।
यूजर्स किसी भी समय मैंडेट को कैंसिल करने का ऑप्शन चुन सकते हैं।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के अनुसार, यूपीआई लाइट यूजर्स को ऑटो-पे बैलेंस की सुविधा 31 अक्टूबर तक एक्टिव करना होगा। इसके बाद 1 नवंबर से यूपीआई लाइट पर ऑटो टॉप अप फीचर का इस्तेमाल कर पाएंगे।