वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को 2025-26 का बजट पेश कर दिया। पिछले साल की तुलना में इस बार का बजट 5 फीसदी ज्यादा है। 2025-26 का कुल बजट 50.65 लाख करोड़ रुपये का है।
निर्मला सीतारमण के वित्त मंत्रालय का बजट 19.39 लाख करोड़ रुपये का है। इसी बजट में से 12.67 लाख करोड़ रुपये ब्याज चुकाने पर खर्च किए जाएंगे।
रक्षा पर कितना खर्च?
बजट में सबसे ज्यादा पैसा राजनाथ सिंह के रक्षा मंत्रालय को मिला है। रक्षा मंत्रालय के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसमें से 1.92 लाख करोड़ रुपये कैपिटल पर खर्च होंगे। यानी इन पैसों से हथियार खरीदे जाएंगे और बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा। इसमें से आर्मी को 2.07 लाख करोड़, एयरफोर्स को 53,700 करोड़ और नेवी को 38,149 करोड़ रुपये मिले हैं।
खेती-किसानी के लिए कितना?
2025-26 के बजट में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय को 1.37 लाख करोड़ और ग्रामीण विकास मंत्रालय को 1.90 लाख करोड़ रुपये मिले हैं। ये दोनों ही मंत्रालय शिवराज सिंह चौहान के पास हैं। कुल मिलाकर शिवराज सिंह के दोनों मंत्रालयों को 2.27 लाख करोड़ रुपये का बजट मिल गया है।
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अमित शाह के मंत्रालय को कितना?
अमित शाह के गृह मंत्रालय को कुल 2.33 लाख करोड़ रुपये का बजट मिला है। इसमें से 1.60 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा पुलिस पर खर्च होंगे। गृह मंत्रालय के ही बजट से जम्मू-कश्मीर को 41 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे।
सड़क मंत्रालय का क्या?
नितिन गडकरी के सड़क और परिवहन मंत्रालय को 2.87 लाख करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें से 1.70 लाख करोड़ रुपये हाइवे और केंद्र की योजनाओं को पूरा करने पर खर्च होंगे। इसके अलावा 1.16 लाख करोड़ रुपये से सड़कें और पुल बनाई जाएंगे। सड़क सुरक्षा पर 595 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान है। पिछले बजट की तुलना में ये 48 फीसदी ज्यादा है। 2024-25 में सड़क सुरक्षा पर 400 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।
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स्वास्थ्य को कितना मिला?
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय को 99,858 करोड़ रुपये मिले हैं। इसका ज्यादातर पैसा केंद्र और केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं पर खर्च होगा। हेल्थ रिसर्च पर लगभग 3,900 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
रेलवे पर कितना खर्च?
रेलवे देश की लाइफलाइन मानी जाती है। अश्विनी वैष्णव के पास रेल मंत्रालय भी है। रेल मंत्रालय को इस बजट में 2.55 लाख करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें से 2.52 लाख करोड़ रुपये कैपिटल पर खर्च होंगे।