देशभर में आज धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा। धनतेरस पर सोने-चांदी के गहने और अन्य सामान खरीदने को शुभ माना जाता है। करोड़ों लोग इस दिन सोना-चांदी खरीदते हैं लेकिन इस साल धनतेरस पर सोने का कीमत आसमान छू रही है। दिल्ली, यूपी से लेकर मुंबई तक सोना रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है। धनतेरस पर 12 बजे नए भाव खुलने से पहले सोना 3200 रुपये उछाल के साथ रिकॉर्ड 1 लाख 34 हजार 800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार,सर्राफा बाजार और खुदरा विक्रेताओं की मजबूत त्योहारी खरीद की वजह से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव लगातार बढ़ रहा है। चांदी की कीमत में 7 हजार रुपये की गिरावट आई। सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में लोगों को इस साल सोना खरीदने से पहले कई बार सोचना पड़ सकता है।
यह भी पढ़ें: धनतेरस 2025: कब और कैसे करनी है पूजा, क्या खरीदना होता है शुभ?
सोने की कीमत (प्रति 10 ग्राम)
- मुंबई - 132780 रुपये
- दिल्ली- - 132930 रुपये
- कोलकाता- 132780 रुपये
- बेंगलुर - 132930 रुपये
- हैदराबाद- 132780 रुपये
- चेन्नई - 132830रुपये
चांदी की कीमतें (प्रति किलो)
- मुंबई - 1,57,300 रुपये
- दिल्ली- 1,57,030 रुपये
- कोलकाता-1,57,420 रुपये
- बेंगलुर -1,57,550 रुपये
- हैदराबाद- 1,57,550 रुपये
- चेन्नई - 1,57,760 रुपये
चांदी की कीमत में गिरावट
अगर आप धनतेरस पर चांदी का सिक्का या फिर कोई गहना खरीदना चाह रहे हैं तो आपके लिए राहत भरी खबर है। चांदी की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से गिरावट दर्ज की जा रही है। लगातार तीन दिनों में दिल्ली में इसके भाव प्रति किलोग्राम 18 हजार रुपये कम हुए हैं। इससे पहले लगातार तीन दिनों में चांदी की कीमत प्रति किलोग्राम 10 हजार रुपये बढ़ी थी। चेन्नई में चांदी की कीमत सबसे ज्यादा बनी हुई है। धनतेरस पर सोने-चांदी की बढ़ी हुई कीतम से लोग परेशान हैं।
यह भी पढ़ें-- धनतेरस 2025: सोने-चांदी का बजट न हो तो क्या खरीद सकते हैं?
क्यों बढ़ रही कीमतें?
इस समय सोने में तेजी वैसी ही है जैसी 2008 की आर्थिक मंदी और 2020 की कोरोना महामारी के समय देखी गई थी। जब-जब दुनिया में अनिश्चित्ता पैदा होती है, कोई युद्ध होता है या कोई आर्थिक संकट आता है तो सोने की कीमत बढ़ जाती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि अनिश्चित्ता की स्थिति में सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। मौजूदा समय में भी वैश्विक स्तर पर कई ऐसे कारण हैं, जिनके कारण सोने की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने सितंबर 2025 में 0.25 प्रतिशत की दर से ब्याज घटाया था। ब्याज दरों में कमी से डॉलर कमजोर होता है और सोने की मांग बढ़ती है क्योंकि निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में रहते हैं। अमेरिका का यह कदम सोने की बढ़ती कीमतों का एक मुख्य कारण इसके अलावा जियो पॉलिटिकल टेंशन, रुपये का कमजोर होना और केंद्रीय बैंको का सोना खरीदने पर ज्यादा विश्वास सोने की बढ़ती कीमतों का कारण है।