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अपने ही शेयर क्यों खरीदेगा इन्फोसिस? समझिए क्या होगा इससे

सबसे बड़ी टेक कंपनी में से एक इन्फोसिस ने बायबैक का ऐलान किया है। इसका मतलब हुआ कि कंपनी अपने ही शेयरों को खरीदेगी। मगर ऐसा क्यों? इससे क्या होगा? समझते हैं।

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प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: PTI)

टेक कंपनी इन्फोसिस अपने ही शेयर को खरीदने जा रही है। इसे 'बायबैक' कहा जाता है। इन्फोसिस ने पिछले हफ्ते बायबैक का ऐलान किया था। इन्फोसिस ने बताया है कि वह 10 करोड़ शेयर वापस खरीदने जा रही है। हर एक शेयर को 1,800 रुपये की कीमत पर खरीदा जाएगा। इसका मतलब हुआ कि 18 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। इन्फोसिस के इतिहास का यह अब तक का सबसे बड़ा बायबैक होगा।


इन्फोसिस की 11 सितंबर को हुई बोर्ड मीटिंग में बायबैक का फैसला लिया गया था। गुरुवार को जब शेयर मार्केट बंद हुआ था, तब इन्फोसिस के शेयर की कीमत 1,509.5 रुपये थी। मगर कंपनी 1,800 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बायबैक करने जा रही है। इसका मतलब हुआ कि गुरुवार को शेयर की जो कीमत थी, उससे 19% ज्यादा की कीमत पर बायबैक होगा।


इन्फोसिस का यह 5वां बायबैक होगा। इसके साथ ही सबसे बड़ा बायबैक करने के मामले में इन्फोसिस अब TCS की बराबर हो जाएगी। 2022 में TCS ने भी 18 हजार करोड़ रुपये का बायबैक किया था।

 

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मगर यह शेयर बायबैक क्या है?

जब कोई कंपनी शेयर मार्केट से अपने ही शेयर वापस खरीदती है, तो इसे 'बायबैक' कहा जाता है। मतलब, कंपनी अपने शेयर खुद खरीद लेती है।


ये शेयर कंपनी की कुल शेयर कैपिटल का हिस्सा होते हैं। बायबैक के बाद ये शेयर खत्म हो जाते हैं। इससे मार्केट में कंपनी के शेयर कम हो जाते हैं और उनकी वैल्यू बढ़ जाती है।

 

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इससे होगा क्या?

बायबैक से इन्फोसिस के शेयरों का भाव बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मार्केट में कंपनी के शेयरों की संख्या कम हो जाती है और उनकी वैल्यू बढ़ सकती है।


शेयर बायबैक से कई फायदे होते हैं। पहला- बायबैक से शेयरों की कीमत बढ़ सकती है। दूसरा- कंपनी के पास ज्यादा कैश है तो उसे बायबैक में लगाकर निवेशकों को फायदा पहुंचा सकती है।


इससे रिटेल निवेशकों को भी फायदा होता है। SEBI के नियमों के मुताबिक, बायबैक का 15% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व होता है।


आमतौर पर यह माना जाता है कि बायबैक के बाद कंपनी के शेयरों में उछाल होता है। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है। 2021 में इन्फोसिस ने जब बायबैक किया था तो उसके शेयरों में 3.3 फीसदी की गिरावट आई थी।

 

अब तक कब-कब हुआ है बायबैक?

इन्फोसिस अब तक 4 बार बायबैक कर चुकी है। पहली बार 2017 में बायबैक किया था। तब कंपनी ने 11.3 करोड़ शेयर खरीदे थे। इसके लिए कंपनी ने 13 हजार करोड़ खर्च किए थे।


इसके बाद कंपनी ने 2019 में 8,260 करोड़ रुपये का बायबैक किया था। इसके बाद 9,200 करोड़ रुपये का बायबैक किया था। आखिरी बार 2022 में बायबैक किया था। तब कंपनी ने 1,850 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 9,300 करोड़ रुपये का बायबैक किया था।

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