देश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच एक निराश करने वाली खबर सामने आई है। भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस देने वाली कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) 2026 वित्तीय वर्ष में अपने कर्मचारियों की संख्या में 2 फीसदी की कटौती करेगी। टाटा कंसल्टेंसी की वर्तमान कर्मचारियों की संख्या को देखते हुए 2 फीसदी की कटौती करेगी, जो 12,200 नौकरियों में कटौती के बराबर होगी।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के इस कदम का सबसे ज्यादा असर मिडिल और सीनियर मैनेजमेंट पर पड़ेगा। रॉयटर्स ने रविवार को टीसीएस के हवाले से यह जानकारी दी है। फिलहाल कंपनी इस समय न्यू मार्केट में एंट्री करने, न्यू टेक्नोलॉजी में इनवेस्ट करने और AI को अपने यहां लागू करने के लिए कर्मचारियों को दोबारा से ट्रेनिंग दे रही है और नई भर्तियां कर रही है।
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कंपनी ने जारी किया बयान
कंपनी ने आगे कहा, 'यह बदलाव पूरी सावधानी से योजनाबद्ध किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे ग्राहकों को दी जाने वाली सेवाओं पर कोई असर ना पड़े।' TCS के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. कृतिवासन ने भी इसी महीने कहा था कि ग्राहकों के फैसले लेने और परियोजनाओं के शुरू होने में देरी हो रही है।
600 नियुक्ति स्थगित
इकोनॉमिक टाइम्स की बुधवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, टीसीएस ने कथित तौर पर बिना किसी पूर्व सूचना के 600 से ज्यादा अनुभवी उम्मीदवारों की नियुक्ति स्थगित कर दी है, जिससे कई उम्मीदवारों की नौकरी बीच में ही अटक गई है। हालांकि इस देरी ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं, लेकिन कंपनी ने अपने सभी मौजूदा नौकरी के वादों को पूरा करने की बात दोहराई है।
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भारत के आईटी सेक्टर में चिंता
इस खबर ने भारत के आईटी सेक्टर में चिंता पैदा कर दी है। कई लोग इस फैसले को पिछले सालों में आई सबसे बड़ी चिंताओं में से एक मान रहे हैं। वहीं, हाल के दिनों में टीसीएस का नौकरी के लिए ऑफर लेटर स्वीकार करने वाले कई पेशेवर अब बेरोजगार हो गए हैं। क्योंकि इन्होंने अपने पिछली कंपनी से इस्तीफा दे दिया है और टीसीएस ने उनका ऑफर लेटर रोक दिया है, जिससे उनके ऊपर आर्थिक दबाव आ गया है।