इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने बेंगलुरु के पॉश इलाके में स्थित किंगफिशर टावर्स में 50 करोड़ रुपए में एक और फ्लैट खरीदा है। बता दें कि यह फ्लैट 16वीं मंजिल पर स्थित है और लगभग 8,400 वर्गफुट में फैला हुआ है। इसके साथ 5 कार पार्किंग स्पेस भी हैं।
खास बात यह है कि चार साल पहले, नारायण मूर्ति की पत्नी और मशहूर लेखिका सुधा मूर्ति, जो अब राज्यसभा सदस्य भी हैं, ने इसी इमारत की 23वीं मंजिल पर 29 करोड़ रुपए में एक फ्लैट खरीदा था।
प्रति वर्गफुट 59,500 रुपए
नारायण मूर्ति ने इस फ्लैट के लिए 59,500 रुपए प्रति वर्गफुट की रकम दी है, जो बेंगलुरु के इस इलाके में सबसे महंगी प्रॉपर्टी में से एक है। किंगफिशर टावर्स, जिसे बेंगलुरु के सबसे आलीशान आवासीय प्रोजेक्ट्स में गिना जाता है, 4.5 एकड़ भूमि पर बना है। यह वही जमीन है, जहां पहले विजय माल्या का घर था।
कैसा है किंगफिशर टावर?
किंगफिशर टावर्स में 34 मंजिलों में फैले 81 आलीशान अपार्टमेंट्स हैं। हर फ्लैट का औसत आकार लगभग 8,321 वर्गफुट है। यह परियोजना 2010 में प्रेस्टिज ग्रुप और विजय माल्या के संयुक्त प्रयास से शुरू की गई थी। जब इसे लॉन्च किया गया, तब फ्लैट्स की कीमत प्रति वर्गफुट 22,000 रुपए थी।
X पर भी इस फ्लैट को लेकर चर्चाएं तेज
बता दें कि हाल ही में नारायण मूर्ति का एक बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने भारतीय युवाओं को सलाह दी कि यदि भारत को विश्व स्तर पर आगे बढ़ाना है, तो उन्हें हर सप्ताह 70 घंटे काम करने की आदत डालनी चाहिए। अब जब उनके फ्लैट लेने की खबर सोशल मीडिया हैंडल X पर आई तो फिर से उस बात पर चर्चा तेज हो गई है।
एक X यूजर ने लिखा कि ‘लोगों को 2.5 लाख रुपए में 70 घंटे प्रति सप्ताह काम करवाओ, फिर उस पैसे से लग्जरी के सामान खरीदो और इसे राष्ट्रवाद का नाम दो।’ वहीं एक और यूजर ने इंफोसिस के संस्थापक के बयान पर तंज करते हुए लिखा कि ‘इंफोसिस के कर्मचारियों को 10 घंटे अधिक काम करने का निर्देश दिया गया है ताकि श्री नारायण मूर्ति अपने पोते के लिए किंग फिशर टॉवर में एक और फ्लैट खरीद सकें।’