logo

ट्रेंडिंग:

विदेश से भारत में पढ़ाई के लिए आने का बढ़ता ट्रेंड, किस कोर्स में ले रहे एडमिशन?

भारत से लाखों स्टूडेंट्स विदेश में पढ़ाई के लिए जाते हैं लेकिन कई देशों से स्टूडेंट्स भारत में भी पढ़ाई करने आते हैं। 2024-25 में 70,000 से ज्यादा विदेशी स्टूडेंट्स ने भारत में एडमिशन लिया है।

Education

सांकेतिक तस्वीर, Photo Credit: Freepik

भारत से हर साल लाखों स्टूडेंट्स अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों की टॉप यूनिवर्सिटीज में हायर एजुकेशन के लिए जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि भारत से ही लोग बाहर पढ़ाई के लिए जाते हैं बल्कि अन्य देशों से भारत में भी दिल्ली यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी समेत कई टॉप यूनिवर्सिटीज और कॉलेज में पढ़ने के लिए आते हैं। भारत में ज्यादातर स्टूडेंट्स साउथ एशिया से ही आते हैं। इनमें भी नेपाल से सबसे ज्यादा स्टूडेंट भारत में पढ़ाई के लिए आते हैं। आंकड़ों के मुताबिक 2024-25 में 72,218 विदेशी स्टूडेंट्स भारत में हायर एजुकेशन के लिए आए थे।

 

ऑल इंडिया सर्वे फॉर हायर एजुकेशन की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा विदेशी छात्र कर्नाटक में पढ़ते हैं। कर्नाटक में छह हजार से ज्यादा विदेशी छात्र पढ़ाई करते हैं। विदेशी छात्रों की दूसरी पसंद पंजाब है। इन दोनों राज्यों के अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली भी विदेशी छात्रों की पसंद बने हुए हैं। इन राज्यों में बड़ी संख्या में विदेशी छात्र पढ़ने आते हैं। वहीं कोर्स की बात करें तो विदेशी छात्रों का सर्वाधिक एलरोलमेंट इंजीनियरिंग के कोर्स के लिए होता है।

 

यह भी पढ़ें-  UGC NET: एक शिफ्ट में होते हैं 2 पेपर, सिलेबस और पैटर्न सब जानिए

ग्रेजुएशन कोर्स में सबसे ज्यादा एडमिशन

भारत में नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान समेत कई देशों से छात्र भारत में पढ़ाई करने आते हैं। विदेशी स्टूडेंट्स की ज्यादा संख्या अंडर ग्रेजुएशन कोर्सेज में है। AISHE रिपोर्ट के अनुसार, विदेश से भारत पढ़ाई करने आने वाले छात्रों में से 74.8 प्रतिशत छात्र अंडर ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लेते हैं और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में 15.8 प्रतिशत। स्टडी इन इंडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया के 200 देशों से छात्र भारत में पढ़ाई करने आते हैं, जिसमें सर्वाधिक संख्या नेपाल से है।

 

नेपालः 13126 स्टूडेंट्स
अफगानिस्तानः 3151 स्टूडेंट्स
अमेरिकाः 2893 स्टूडेंट्स
बांग्लादेशः 2606 स्टूडेंट्स
संयुक्त अरब अमीरातः 2287 स्टूडेंट्स

लगातार बढ़ रही संख्या

भारत में 2011-12 में 16,410 विदेशी छात्र पढ़ाई करने आए थे, जिनकी संख्या अब बढ़ कर 70 हजार से ज्यादा पहुंच गई है। 2019-20 में कोरोना से पहले विदेशी स्टूडेंट्स की संख्या 49,000 से ज्यादा थी। महामारी के दौरान बहुत कम विदेशी स्टूडेंट्स ही भारत में पढ़ाई करने आए थे लेकिन महामारी के बाद स्थिति में सुधार हुआ। 2023-24 में में 64,000 स्टूडेंट्स ने भारत के शिक्षण संस्थानों में एडमिशन लिया। यह संख्या 2024-25 में बढ़कर 72,218 तक पहुंच गई। भारत की 310 सरकारी यूनिवर्सिटीज समेत कुल 638 संस्थानों में विदेशी छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। विदेशी छात्रों की पहली पसंद इंजीनियरिंग और दूसरी पसंद मैनेजमेंट कोर्स हैं। 2024-25  में विदेशी स्टूडेंट्स ने 8000 से ज्यादा कोर्स में एडमिशन लिया। 

 

यह भी पढ़ें-  पश्चिम बंगाल क्लर्कशिप पार्ट-1 का रिजल्ट जारी, कटऑफ देखिए

एजुकेशन हब बनाने की तैयारी

भारत एजुकेशन सेक्टर में अपनी छाप छोड़ना चाहता है। इसके लिए देश के अंदर कई संस्थान खोले जा रहे हैं और मौजूदा शिक्षण संस्थानों में भी सुधार किया जा रहा है। आईआईटी और अन्य टॉप संस्थान अपने कैंपस विदेश में खोले रहे हैं। सरकार भी लगातार विदेशी छात्रों को भारत में सकारात्मक माहौल देकर उन्हें आकर्षित करना चाहती है। विदेशी छात्रों के लिए वीजा और एडमिशन प्रोसेस को आसान बनाने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया गया जिसे स्टडी इन इंडिया नाम दिया गया। इस प्लेटफॉर्म पर विदेशी छात्रों को कई सुविधाएं मिलती हैं।

Related Topic:#Education News

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap