आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आ जाने से लाखों लोगों को अपनी नौकरी खो जाने का डर सता रहा है। दुनियाभर में यह बहस छिड़ गई है कि क्या AI तकनीक के आने से जॉब्स कम होने वाली हैं। चैटजीपीटी जैसे AI टूल्स का इस्तेमाल करके लोग अपने काम आसानी से कर पा रहे हैं। हालांकि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स को भी कुछ दिशा-निर्देश देने होते हैं। इन दिशा-निर्देशों को प्रॉम्पट कहा जाता है और अच्छा प्रॉम्प्ट लिखकर AI से आसानी से काम करवाया जा सकता है। इसलिए अच्छा प्रॉम्प्ट लिखने के लिए प्रॉम्प्ट इंजीनियर की जरूरत पड़ती है और आज मार्केट में प्रॉम्प्ट इंजीनियर की मांग तेजी से बढ़ रही है।
प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग का मतलब है लैंग्वेज मॉडल से बारीक सवाल पूछना और बारीकी से निर्देश देना। अगर यह काम अच्छे से कर लिया तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल आपको आपका मनचाहा आउटपुट तैयार करके दे देता है। प्रॉम्प्ट जितने बेहतर होंगे, AI आपको उतने ही बेहतर रिजल्ट देगा। बता दें कि इंटरनेशनल प्रॉम्प्ट इंजीनियर की मार्केट का आकार साल 2023 में 222.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर आंका गया था।
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प्रॉम्प्ट इंजीनियर क्या काम करता है?
आजकल कई लोग हर रोज अपने काम को आसान करने के लिए चैटजीपीटी, गूगल जेमिनी और अन्य एआई टूल्स का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि मनचाहा उत्तर पाने के लिए अपने प्रश्नों यानी प्रॉम्प्ट को अच्छे से कैसे लिखते हैं। एक प्रॉम्प्ट इंजीनियर इसी काम में मदद करता है। एक प्रॉम्प्ट इंजीनियर AI मॉडल के काम करने के तरीके को समझता है और प्रॉम्प्ट्स को इस तरह से तैयार करता है कि मॉडल को मनचाहा रिजल्ट दे। इन इंजीनियर्स को AI/ML प्रॉम्प्ट इंजीनियर भी कहा जाता है।
इस करियर के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है क्योंकि यह अपेक्षाकृत नया क्षेत्र है। प्रॉम्प्ट इंजीनियर मार्केटिंग, एजुकेशन, फाइनेंस, मानव संसाधन और स्वास्थ्य सेवा जैसे उद्योगों में काम कर सकते हैं।
कैसे बनें प्रॉम्प्ट इंजीनियर?
प्रॉम्प्ट इंजीनियर बनना एक मजेदार और शानदार करियर है। इसमें आप AI के साथ काम करते हैं और अच्छे प्रॉम्प्ट लिखकर कंपनियों को जल्दी काम करने में मदद करते हैं। अब सवाल है कि प्रॉम्प्ट इंजीनियर कैसे बन सकते हैं और इसके लिए कौन सा कोर्स करना होगा।
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ग्रेजुएशन डिग्री
12वीं के बाद अगर आप प्रॉम्प्ट इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आप ग्रेजुएशन डिग्री कर सकते हैं। एक प्रोफेशनल ग्रेजुएशन एक प्रॉम्प्ट इंजीनियर बनने के लिए कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग, डेटा साइंस या फिर इनसे जुड़े अन्य कोर्स कर सकते हैं। कुछ संस्थान B.Tech in AI/ML जैसे कोर्स भी करवाने लगे हैं तो आप इन कोर्स को कर सकते हैं। इन कोर्स को करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपके पास एक डिग्री के साथ-साथ जरूरी स्किल भी होगी। इन कोर्स को करने के लिए आप किसी भी इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। देशभर में कई IIT, NIT और कॉलेज इन कोर्स को करवाते हैं।
सर्टिफिकेट/डिप्लोमा कोर्स
ग्रेजुएशन की डिग्री के अलावा भी अन्य विकल्प आप लोगों के पास मौजूद हैं। प्रॉम्प्ट इंजीनियर करिकुलम के साथ कई संस्थानों ने सर्टिफिकेट और डिप्लोमा प्रोग्राम शुरू किए हैं। इन कोर्स में आप कम समय में नौकरी के लिए जरूरी स्किल सीखकर नौकरी पा सकते हो। गूगल जैसे प्लेटफॉर्म भी शॉर्ट टर्म ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स करवाते हैं। आप अपनी पसंद से किसी भी प्लेटफॉर्म या संस्थान से कोर्स का चयन कर सकते हैं।
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नौकरी और सैलरी?
अगर नौकरी की बात करें तो आपको प्रॉम्प्ट इंजीनियर, एआई प्रॉम्प्ट स्पेशलिस्ट, एआई इंटरैक्शन डिजाइनर या एआई एप्लीकेशन इंजीनियर जैसे पदों पर काम करने का मौका मिल सकता है। टेक, हेल्थकेयर, फाइनेंस और एजुकेशन जैसे हर एक सेक्टर में नौकरी के अवसर हैं। सैलरी की बात करें तो यह एक नया करियर फील्ड है और इसमें कोई निर्धारित सैलरी नहीं है। आपके काम के अनुसार, आपको पैसा मिल सकता है। इस फील्ड में आपकी शुरुआती सैलरी 25 से 30 हजार से शुरू हो सकती है। अनुभव और स्किल्स बढ़ने के साथ-साथ आपकी सैलरी भी बढ़ती रहेगी।