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टीचर बनना है तो 12वीं के बाद करें यह कोर्स, बच जाएगा एक साल का समय

12वीं के बाद टीचर बनने के इच्छुक उम्मीदवार चार साल की बीएड कर सकते हैं। चार साल के बीएड यानी ITEP कोर्स को करने से छात्रों का एक साल भी बचेगा।

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सांकेतिक तस्वीर, Photo Credit: Freepik

अगर आपका भी सपना 12वीं के बाद टीचर बनने का है तो आपके पास कई ऑप्शन मौजूद हैं। इनमें से कम समय में टीचर बनने के लिए आप नई शिक्षा नीति के तहत शुरू किए गए चार साल के ITEP कोर्स का ऑप्शन चुन सकते हैं। इस कोर्स को आप 12वीं के बाद कर सकते हैं और चार साल में आपके पास ग्रेजुएशन के साथ-साथ बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी बीएड की डिग्री भी होगी। 

 

चार साल का इंटीग्रेटीड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) अब तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इस कोर्स में आपको ग्रेजुएशन के साथ ही बीएड की डिग्री भी मिलती है जिससे टीचर बनने की प्रक्रिया बहुत सरल हो गई है। ITEP कोर्स में दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी हर साल नेशनल कॉमन एंट्रेस टेस्ट यानी NCET एंट्रेस एग्जाम करवाता है। इस एंट्रेस के बाद छात्र 12वीं के बाद BA-BED, BSC-BED और BCOM -BED कोर्स कर सकेंगे। आपको बता दें कि NEP 2020 के तहत ITEP डिग्री धारक ही टीचर बन पाएंगे। ऐसे में यह कोर्स और भी ज्यादा अहम हो जाता है। 

 

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ग्रेजुएशन और बीएड डिग्री

इंटीग्रेटीड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम चार साल का प्रोग्राम है। इसमें BA-BED, BSC-BED और BCOM -BED जैसे कोर्स हैं। अभी तक बीएड दो साल की होती थी लेकिन अब इसे चार साल का इंटीग्रेटीड प्रोग्राम कर दिया गया है। इस कोर्स को करने के लिए कम से कम 12वीं पास होना जरूरी है। इसमें खास बात यह है कि इसमें छात्र चार साल में ग्रेजुएशन और बीएड दोनों डिग्री ले सकते हैं। इससे छात्रों का एक साल बचेगा क्योंकि इससे पहले तक 3 साल की ग्रेजुएशन और दो साल की बीएड करने में कुल पांच साल का समय लग जाता था। अब इस कोर्स में कुल आठ सेमेस्टर होंगे।

कैसे करें यह कोर्स?

इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों को 12वीं के बाद एंट्रेस देना होता है। इस कोर्स के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA की ओर से आयोजित नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (NCET) देना जरूरी है। यह कंप्यूटर पर होने वाला टेस्ट है। नेशनल लेवल पर होने वाले इस एंट्रेस के रैंक के आधार पर ही छात्रों को देशभर में अलग-अलग कॉलेज अलॉट किए जाएंगे।

 

एंट्रेंस एग्जाम देने के बाद छात्रों को कॉलेज में एडमिशन के लिए उस कॉलेज की काउंसलिंग में हिस्सा लेना होगा। अगर काउंसलिंग में कॉलेज अलॉट होता है तो छात्र उस संस्थान से यह कोर्स कर सकते हैं। इस एंट्रेस के जरिए BSc-BEd, BA-BEd और BCom-BEd में एडमिशन हो सकता है। यह कोर्स टीचर्स को नए स्कूल सिस्टम के 4 चरण यानी फाउंडेशन, प्रिपेटरी, मिडिल और सैकेंडरी (5 + 3 + 3 + 4) के लिए तैयार करेगा। 

 

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कब और कैसे करें अप्लाई?

BSc-BEd, BA-BEd और BCom-BEd में एडमिशन के लिए होने वाले एंट्रेस NCET के लिए  NCTE की ऑफिशियल वेबसाइट ncte.gov.in पर अप्लाई किया जा सकता है। इसके लिए फरवरी में फॉर्म भरना होता है और अप्रैल में देशभर में अलग-अलग केंद्रों पर यह एंट्रेस होता है। इस साल यह एंट्रेस 29 अप्रैल को हुआ था। एंट्रेस का रिजल्ट आने के बाद छात्र अपने स्कोर कार्ड के साथ अलग-अलग संस्थानों की काउंसलिंग के लिए अप्लाई कर सकेंगे। जिन संस्थानों में यह कोर्स करवाए जाते हैं उनकी वेबसाइट पर एडमिशन से जुड़ी जानाकरी दी गई है। 

2030 से जरूरी होगा यह कोर्स

नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के तहत 2030 से स्कूलों में टीचर बनने के लिए टीचर की न्यूनतम योग्यता तय की गई है। नई शिक्षा नीति के अनुसार, 2030 के बाद स्कूलों में वही शिक्षक भर्ती होंगे जिन्होंने नया IETP कोर्स किया  होगा। 2021 में शिक्षा मंत्रालय ने जब IETP कोर्स को लॉन्च किया था तब कहा था कि 2030 से टीचर भर्ती केवल IETP के माध्यम से होगी।

 

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