दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही गठबंधन की अटकलों पर 'आप' मुखिया अरविंद केजरीवाल ने विराम लगा दिया है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुधवार को ऐसान करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने साफ कहा कि दिल्ली में कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है।
केजरीवाल का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिसमें कहा जा रहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी इंडिया ब्लॉक की पार्टियों के साथ लड़ेगी। इसमें कहा गया था कि गठबंधन में शामिल कांग्रेस को 15 सीटें और अन्य को 1-2 सीटें देने पर बात चल रही है।
70 विधानसभा सीटों के लिए अगले साल चुनाव
बता दें कि दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए अगले साल की शुरुआत में ही चुनाव होने हैं। इसके लिए आम आदमी पार्टी जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हुई है। केजरिवाल खुद फ्रंट फुट पर आकर प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। वह रोजाना दर्जनों नुक्कड़ सभाएं और लोगों से वन टू वन जाकर मिल रहे हैं।
कांग्रेस को झटका
लेकिन पिछले 10 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस अपने लिए संभावनाएं तलाश रही है। ऐसे में केजरीवाल के गठबंधन ना करने के ऐलान के बाद कांग्रेस को दिल्ली में झटका लगा है। क्योंकि पिछले दो विधानसभा चुनाओं में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।