दिल्ली का विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए ठीक नहीं रहे। जो पार्टी साल 2020 में 62 सीटों पर जीती थी, वही पार्टी 2025 के विधानसभा चुनावों में बुरी तरह से हार गई। बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटें हासिल कर पाई।
आम आदमी पार्टी की 40 विधानसभा सीटें कम हो गईं। 62 सीटों से 22 पर आने वाली आम आदमी पार्टी के कई मौजूदा AAP विधायक अपनी सीट गंवा बैठे। बादली विधानसभा सीट से अजेश यादव बुरी तरह हारे। बवाना विधानसभा सीट से जय भगावन उपकार चुनाव हार गए।
सोमनाथ भारती, मनीष सिसोदिया, सौरभ भरद्वाज और अखिलेशपति त्रिपाठी जैसे नेता भी अपनी सीट नहीं बचा पाए। प्रमिला टोकस, मोहिंदर गोयल, धनवती चंदेला की भी हार हुई। AAP नेताओं के लिए यह चुनाव किसी झटके से कम नहीं रहा।
यह भी पढ़ें: मनीष सिसोदिया हारे, रो पड़ीं कुमार विश्वास की पत्नी,आखिर क्यों
AAP के किन विधायकों की हुई है हार? पढें पूरी लिस्ट
| No. |
विधानसभा क्षेत्र |
हारे विधायकों के नाम |
| 1 |
नई दिल्ली |
अरविंद केजरीवाल |
| 2 |
जंगपुरा |
मनीष सिसोदिया |
| 3 |
ग्रेटर कैलाश |
सौरभ भारद्वाज |
| 4 |
शकूर बस्ती |
सत्येंद्र जैन |
| 5 |
पटपड़गंज |
अवध ओझा |
| 6 |
राजिंदर नगर |
दुर्गेश पाठक |
| 7 |
शाहदरा |
पदमश्री जितेंदर सिंह शंटी |
| 8 |
गांधी नगर |
नवीन चौधरी (दीपू) |
| 9 |
नरेला |
दिनेश भारद्वाज |
| 10 |
रिठाला |
मोहिंदर गोयल |
| 11 |
बवाना |
जय भगवान |
| 12 |
रोहिणी |
प्रदीप मित्तल |
| 13 |
शालीमार बाग |
बंदना कुमारी |
| 14 |
त्रिनगर |
प्रीति तोमर |
| 15 |
राजौरी गार्डन |
धनवती चंदेला |
| 16 |
कस्तूरबा नगर |
रमेश पहलवान |
| 17 |
संगम विहार |
दिनेश मोहनिया |
| 18 |
त्रिलोकपुरी |
अंजना पारचा |
| 19 |
विश्वास नगर |
दीपक सिंघला |
| 20 |
मुस्तफाबाद |
आदिल अहमद खान |
| 21 |
मोती नगर |
शिवचरण गोयल |
| 22 |
त्रिलोकपुरी |
अंजना पारचा |
| 23 |
कृष्णानगर |
विकास बग्गा |
| 24 |
घोंडा |
गौरव शर्मा |
| 25 |
नांगलोई जाट |
रघुविंदर शौकीन |
| 26 |
मंगोलपुरी |
राकेश जाटव धर्मरक्षक |
| 27 |
नजफगढ़ |
तरूण यादव |
| 28 |
छतरपुर |
ब्रह्म सिंह तंवर |
| 29 |
मादीपुर |
राखी बिडलान |
| 30 |
मालवीय नगर |
सोमनाथ भारती |
| 31 |
वजीरपुर |
राजेश गुप्ता |
| 32 |
आदर्श नगर |
मुकेश कुमार गोयल |
| 33 |
बादली |
अजेश यादव |
| 34 |
बिजवासन |
सुरेंद्र भारद्वाज |
| 35 |
द्वारका |
विनय मिश्रा |
| 36 |
हरि नगर |
सुरिंदर कुमार सेतिया |
| 37 |
जनकपुरी |
प्रवीण कुमार |
| 38 |
करावल नगर |
मनोज कुमार त्यागी |
| 39 |
कस्तूरबा नगर |
रमेश पहलवान |
| 40 |
लक्ष्मी नगर |
बीबी त्यागी |
किन वजहों से AAP की हुई हार?
आम आदमी पार्टी साल 2013 से दिल्ली में सत्ता में है। 2013 में सिर्फ 48 दिन सत्ता में रही लेकिन 2015 और 2020 का पूर्ण कार्यकाल मिला। आम आदमी पार्टी के दूसरे कार्यकाल में भ्रष्टाचार के कई संगीन आरोप लगे। नतीजा ये हुआ कि आम आदमी पार्टी की टॉप लीडरशिप जेल पहुंच गई। जेल जाने वाले नेताओं में सत्येंद्र जैन, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जैसे नेता शामिल रहे।
आम आदमी पार्टी पर काम न करने के आरोप लगे। ऐसे भी आरोप लगे कि आम आदमी अपने काम न करने का ठीकरा उपराज्यपाल और बीजेपी पर फोड़ देती है। आम आदमी पार्ट के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर भी रही। बिजली और पानी को लेकर भी AAP विरोधियों के निशाने पर रही। अरविंद केजरीवाल अपने चुनावी घोषणापत्र के कई वादों को पूरा नहीं कर पाए। राजनीति के जानकारों का कहना है कि इन्हीं वजहों से आम आदमी पार्टी पर जनता भरोसा नहीं कर पाई।