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दिल्ली की म्यूजिकल पॉलिटिक्स: BJP को रैप तो AAP को फोक सॉन्ग पर भरोसा

दिल्ली के चुनाव में BJP और AAP की ओर से गानों का भी खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। पढ़िए कि इन गानों में क्या दिखाने और क्या बताने की कोशिश हो रही है।

delhi musical contest

दिल्ली की म्यूजिकल लड़ाई, Photo Credit: Khabargaon

दिल्ली के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच है। चुनावी कैंपेन में भी इन दोनों पार्टियों की टक्कर जोरदार है। वायरल मीम्स, फोटो, AI जेनरेटेड वीडियो और गानों के मामले में दोनों पार्टियों की सोशल मीडिया टीम जमकर पसीना बहा रही है। इस मामले में कांग्रेस उतनी प्रभावी नहीं दिख रही है। बीजेपी और AAP की ओर से अभी तक कई गाने जारी किए जा चुके हैं। BJP के गानों में जहां रैप के बहाने सत्ताधारी AAP और उसके मुखिया केजरीवाल को निशाना बनाया जा रहा है, वहीं AAP अपने गानों में अलग-अलग वर्गों को अलग-अलग भाषाओं में साधने की कोशिश कर रही है। यही वजह है कि AAP ने हिंदी के अलावा पंजाबी और भोजपुरी में भी अपने गाने जारी किए हैं।

 

2015 के चुनाव में 'पांच साल केजरीवाल', 2020 में 'लगे रहो केजरीवाल' जैसे गाने बना चुकी AAP ने 2025 के लिए अपना थीम सॉन्ग 'फिर लाएंगे केजरीवाल' रखा है। वहीं, बीजेपी ने इस साल के चुनाव के लिए अपना थीम सॉन्ग 'दिल्ली में भाजपा सरकार चाहिए' लॉन्च किया है। इस गाने को मशहूर गायक और बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने ही आवाज दी है। आइए समझते हैं कि दोनों पार्टियां गानों के जरिए कैसे अपने चुनावी अभियान को धार दे रही हैं।


'फिर लाएंगे केजरीवाल'

 

AAP के थीम सॉन्ग 'फिर लाएंगे केजरीवाल' में खुद अरविंद केजरीवाल दिखते हैं और उनके साथ दिल्ली के लोग दिखते हैं। नाचते-झूमते लोगों के बीच केजरीवाल भी नाचते दिखते हैं। इस गाने में यह बताने की कोशिश की गई है कि तमाम रोक-टोक के बावजूद केजरीवाल ने काम किया है और फ्री बिजली-पानी जैसे वादों को पूरा किया है। यह गाना पूरी तरह से AAP के काम पर फोकस है। इसे ऐसा बनाया है कि इसे रैलियों में बजाकर नाचा भी जा सके। साथ ही, विजुअल के तौर पर स्कूलों, सड़कों, बसों, कैमरों और अन्य विकास कार्यों को दर्शाने की कोशिश की गई है। इस सबके अलावा मौजूदा चुनाव वादों की झलक भी दिखाई गई है। गाने के लिरिक्स भी इसी के हिसाब से रचे गए हैं कि AAP अपने विजन पर क्लियर दिखे।

 

'दिल्ली में भाजपा सरकार चाहिए'

 

BJP के थीम सॉन्ग को रिलीज करते समय मनोज तिवारी ने कहा, 'जैसे हम मेनिफेस्टो बनाते हैं, वैसे ही पार्टी के प्रचार का गीत मेनिफेस्टो का निचोड़ होता है।' जहां सत्ताधारी पार्टी होने के नाते AAP ने अपने काम गिनाए हैं तो विपक्षी होने के नाते BJP ने अपने गाने में कहा है, 'बहाने नहीं बदलाव चाहिए, दिल्ली में भाजपा सरकार चाहिए'। इस गाने में पीएम मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा खुद मनोज तिवारी दिखते हैं। इस गाने में यमुना के प्रदूषण, दिल्ली की बाढ़, दिल्ली के दंगे, गंदगी और कूड़े के पहाड़ जैसे मुद्दों को प्रमुखता से दिखाया गया है। BJP ने 'शीशमहल', कथित घोटालों और गंदगी के मुद्दों को अपने गाने में रैप के जरिए शामिल किया है। BJP का गाना पूरी तरह से AAP सरकार के खिलाफ जाता है।


AAP के गानों का फोक वर्जन

 

मुख्य थीम सॉन्ग के अलावा AAP ने पंजाबी और भोजपुरी में भी एक-एक गाने रिलीज किए हैं। भोजपुरी में तो वेब सीरीज पंचायत के गाने 'हिंद के सितारा' का ही रीमेक बनाया है। रोचक बात है कि असल में इस गाने को मनोज तिवारी ने गाया है। इस गाने में AAP ने यह दिखाने की कोशिश की है कि दिल्ली को केजरीवाल की जरूरत है। गाने के बोल हैं कि AAP ने दिल्ली की सूरत बदल दी है। इस गाने के बोल हैं, 'ए राजा जी, फिर से केजरीवाल के जरूरत, आइल बा मुहूरत' हैं। इस गाने में भी दिल्ली सरकार के कामों को दिखाया गया है, शिक्षा के महत्व, डॉ आंबेडकर के सपने और बस, मोहल्ला क्नीनिक और बिजली-पानी का जिक्र किया गया है। साथ ही, AAP ने अपनी योजनाओं को भी प्रचारित करने की पूरी कोशिश की है। गाने के जरिए पूर्वांचली मतदाताओं को रिझाने की पूरी कोशिश की गई है। पिछले कुछ चुनावों से AAP को पूर्वांचली मतदाताओं का खूब साथ भी मिलता आ रहा है। इस गाने में केजरीवाल को थोड़ा कम दिखाकर दिल्ली सरकार से जुड़े कामों को दिखाने पर जोर दिया गया है।

 

इसके अलावा, AAP ने लोहड़ी के मौके पर एक और गाना रिलीज किया जो पंजाबी में है। गाने की थीम भी पंजाबी है, गाने की शुरुआत में ही ढोल बजते हैं और AAP विधायक जरनैल सिंह दिखते हैं। इस गाने में भी फ्री बिजली, पानी, बस यात्रा, मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के साथ-साथ संजीवनी योजना और महिला सम्मान योजना को जोर-शोर से प्रचारित किया गया। इस गाने में भी ऐसे म्यूजिक का इस्तेमाल किया गया है जो थोड़ा लाउड होने के साथ डांस के लायक भी है। इस गाने के जरिए पंजाबी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की गई है। 

 

BJP के गानों में रैप की झलक

 

मुख्य थीम सॉन्ग के अलावा बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास के बहाने भी केजरीवाल को घेरने की कोशिश की है। BJP ने 'शीशमहल' नाम से ही एक गाना बनाया है। यह गाना हनी सिंह के मशहूर गाने 'लुंगी डांस' की थीम पर आधारित है। इस गाने के बोल हैं, 'लंदन पेरिस के सपने दिखाके, ईमानदारी की टोपी पहनाके, घोटालों से चूना लगाके...' आगे विजुअल का भी अच्छा इस्तेमाल किया गया है। साथ ही, अरविंद केजरीवाल के कार्टून और दिल्ली के सीएम हाउस की तस्वीरों का भी खूब इस्तेमाल किया गया है। इस गाने से केजरीवाल को 'शीशमहल' के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की गई है।

 

BJP के तीसरे गाने में भी रैप ही हावी है। इस गाने में दिल्ली की गंदगी, कूड़े के पहाड़, हवा के प्रदूषण और अन्य मुद्दों को तरजीह दी गई है। इस गाने में भी BJP का पूरा फोकस अरविंद केजरीवाल पर है। साथ ही, आरोप लगाए हैं कि अरविंद केजरीवाल ने फ्री वाले वादे करके लोगों को छला है। BJP ने उन्हीं मुद्दों पर केजरीवाल को घेरने की कोशिश की है, जिन पर केजरीवाल वोट मांग रहे हैं।

 

इन गानों को समग्र रूप से देखें तो AAP अपने काम गिनवाकर यह बताने की कोशिश कर रही है कि दिल्ली को उसकी जरूरत है। दूसरी तरफ, AAP की वादाखिलाफी, करप्शन के आरोपों और दिल्ली में हवा, पानी और अन्य गंदगी के मुद्दों को लेकर BJP मुख्य रूप से अरविंद केजरीवाल को ही घेरने की कोशिश कर रही है।

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