दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग हुई। इसके बाद अब एग्जिट पोल सामने आने लगे हैं। सर्वे बताते है कि दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। नतीजे 8 को जारी किए जाएंगे इससे पहले ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने बड़ा चौंकाने वाला बयान दिया है। एक वीडियो में रशीदी ने दावा किया कि उन्होंने जिंदगी में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया है। इसके अलावा उन्होंने भाजपा पार्टी का जमकर समर्थन करते हुए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
सोशल मीडिया एक्स पर द जयपुर डायरी की एक वीडियो में रशीदी ने अपना वोट का निशान दिखाते हुए कहा, 'दोस्तों मैंने वोट कर दिया है, दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी इसके लिए मैंने ये वोट किसको किया है, यह सुनकर आपको बड़ी हैरानी होगी। मैंने यह वोट भारतीय जनता पार्टी को किया हैं। जिंदगी में पहली बार मैंने भाजपा को वोट किया है। वोट करने के पीछे कई कारण है। अब तक मुसलमानों पर यह आरोप लगते आए हैं कि भाजपा को हराने के लिए मुसलमान वोट करता है। लेकिन मैंने यह वोट बीजेपी को इसलिए किया क्योंकि दिल्ली के अंदर बीजेपी जीते।'
भाजपा का समर्थन कर रहे रशीदी
समाचार एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में रशीदी ने भाजपा का जमकर समर्थन भी किया। उन्होंने कहा, 'मुसलमानों के लिए बीजेपी अछूत नहीं है और हम किसी भी पार्टी के बंधुआ मजदूर नहीं हैं, चाहे वह कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो या आम आदमी पार्टी हो। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने मुसलमानों का साथ नहीं दिया। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वोट मांगने के लिए मुस्लिम बस्तियों में नहीं गए।'
यह भी पढ़ें; 12 साल में दिल्ली में सबसे कम वोटिंग! AAP या BJP... किसे होगा फायदा?
'केजरीवाल ने मुस्लिम बस्तियों में कोई रैली नहीं की'
रशीदी ने आगे कहा, 'दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भी इसी तरह का व्यवहार किया। केजरीवाल ने मुस्लिम बस्तियों में कोई रैली नहीं की, उन्होंने मुस्लिम नेताओं के साथ कोई मंच साझा नहीं किया। जब हम यहां सिर्फ वोट के लिए हैं, तो हम इन पार्टियों के बंधुआ मजदूर की तरह क्यों रहें? मैं मुसलमानों के बारे में बीजेपी को लेकर जो गलत धारणा बनाने की कोशिश कर रहा हूं, उसे तोड़ने का काम कर रहा हूं। मैं मुसलमानों से कहना चाहता हूं कि अगर हम बीजेपी को वोट देंगे तो हमें यह कहने का ज्यादा हक होगा कि उनके पक्ष में वोट देने के बावजूद हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है। हमें प्यार फैलाना है, हम बीजेपी को दुश्मन क्यों मानें? यह कांग्रेस, समाजवादी पार्टी की तरह ही एक राजनीतिक पार्टी है।'
मुस्लिम बस्तियों में न जाना केजरीवाल पर पड़ेगा भारी?
बता दें कि दिल्ली की किसी मुस्लिम सीट पर केजरीवाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं उतरे, जहां से आम आदमी पार्टी के मुस्लिम कैंडिडेट किस्मत आजमा रहे हैं। ऐसे में सवाल खड़े होते है कि क्या इससे केजरीवाल को भारी नुकसान तो नहीं होगा?