केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को वक्फ बोर्ड के ऊपर कर्नाटक में मंदिरों, ग्रामीणों और अन्य लोगों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वक्फ बोर्ड में बदलाव किए जाएं और संबंधित अधिनियम में संशोधन किया जाए।
शाह ने यह भी दावा किया कि कोई भी समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू होने से नहीं रोक सकता। यह घुसपैठियों को रोकने के लिए जरूरी है। उन्होंने झारखंड के आदिवासियों को आश्वासन दिया कि उन्हें समान नागरिक संहिता के दायरे से बाहर रखा जाएगा। गृह मंत्री ने यह बातें झारखंड के बाघमारा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहीं।
वक्फ बोर्ड पर जमीन हड़पने का लगाया आरोप
शाह ने कहा, 'वक्फ बोर्ड को जमीन हड़पने की आदत है। कर्नाटक में बोर्ड ने ग्रामीणों की संपत्ति हड़प ली है। इसने मंदिरों, किसानों और ग्रामीणों की जमीनें हड़प ली हैं। मुझे बताइए कि वक्फ बोर्ड में बदलाव की जरूरत है या नहीं। हेमंत बाबू और राहुल गांधी कहते हैं कि नहीं। मैं आपसे कहता हूं कि उन्हें इसका विरोध करने दीजिए, बीजेपी वक्फ अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक पारित करेगी। हमें कोई नहीं रोक सकता।'
घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बनाया
केंद्रीय मंत्री ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नतृत्व वाले इंडिया गठबंधन पर घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बनाने का भी आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि अगर झारखंड में बीजेपी सत्ता में आती है तो अवैध प्रवासियों को ट्रेन में भरकर बांग्लादेश भेजा जाएगा
ओबीसी आरक्षण का विरोध करती है कांग्रेस
उन्होंने दावा किया,' झारखंड में घुसपैठ रोकने के उद्देश्य से समान नागरिक संहिता को लागू करने से कोई नहीं रोक सकता और आदिवासियों को इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा।' शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ओबीसी आरक्षण का विरोध करती है। इसके अलावा वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर ओबीसी आरक्षण का विरोध करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी के झारखंड की सत्ता में आने के बाद अगले पांच सालों में राज्य को देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का वादा किया।