दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने रोचक बयानों और जोरदार दावों के लिए मशहूर हैं। कई बार तो वह चुनाव से पहले पर्ची पर लिखकर दावे भी कर देते हैं। ऐसा ही उनका एक वादा उनके गले की फांस बन सकता है। अरविंद केजरीवाल ने साल 2020 में कुछ वादे करते हुए कहा था कि अगर इनको पूरा न कर पाऊं तो अगली बार वोट मत देना। अब जब 5 साल बीत गए हैं और उनसे इन वादों को लेकर सवाल पूछा जा रहा है तो वह खुद स्वीकार भी करने लगे हैं कि वह इन वादों को निभा नहीं पाए। AAP के मुखिया केजरीवाल ने इन वादों को पूरा न कर पाने की वजह भी बताई है और कहा है कि वह एक मौका और चाहते हैं, इस बार वादा पूरा कर देंगे।
केजरीवाल इन दिनों न्यूज चैनलों को खूब इंटरव्यू दे रहे हैं। शुक्रवार को एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार किया कि पानी, यमुना की सफाई और अच्छी सड़कें बनाने का वादा वह निभा नहीं पाए हैं। अब उनका यही वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी इस मुद्दे पर केजरीवाल को घेर रही है। BJP दिल्ली ने अपने X हैंडल पर लिखा है, 'हर पांच साल में कहता है, एक मौका और दे दो पर करता कुछ नहीं है…झूठा कहीं का, अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे।'
केजरीवाल ने क्या कहा?
इस इंटरव्यू में केजरीवाल ने कहा, 'मैंने पिछले चुनाव में तीन वादे किए थे। पहला- मैं यमुना साफ कर दूंगा। दूसरा- हर घर में टोंटी से साफ पानी आएगा, आप सीधे पी लेना। तीसरा- मैं दिल्ली की सड़कों को यूरोपियन अंदाज में शानदार बना दूंगा। मैं ये तीनों काम इन 5 साल के अंदर नहीं कर पाया। इसका कारण था कि पहले दो-ढाई तीन साल कोरोना हो गया। उसके बाद इन लोगों ने फर्जी केस के अंदर हमारी टीम के अहम सदस्यों को एक-एक करके जेल में डाल दिया, तो ये तीनों का मेरे पेंडिंग हैं।'
उन्होंने कहा, 'अब मैं जनता के पास जाकर इसे स्वीकार करूंगा कि ये तीन काम जो मेरे दिल के करीब हैं और जनता के भी दिल के करीब हैं, मैं इन्हें नहीं कर पाया लेकिन मेरे पास पूरा प्लान है और सरकार के पास इन्हें लागू करने के लिए पूरा पैसा है। अब मैं कहूंगा कि एक मौका और दे दीजिए, इस बार 5 साल में मैं यह काम पूरा कर दूंगा।'
अरविंद केजरीवाल का वह वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह 2025 तक यमुना के पानी को साफ कर देंगे और खुद भी उसमें डुबकी लगाएंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने वादे करते हुए यह भी कहा था कि अगर वह वादा पूरा न कर पाएं तो जनता उन्हें वोट न दे।