बीजेपी ने 'डॉ. आंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप योजना' पर अरविंद केजरीवाल को घेरना शुरू कर दिया है। बीजेपी का कहना है कि यह योजना 2020-21 की है और तब से अब तक अनुसूचित जाति के सिर्फ 5 छात्रों को ही 5 लाख रुपये की स्कॉलरशिप मिली है। बीजेपी ने यह दावा एक आरटीआई के हवाले से किया है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने दलित छात्रों के लिए स्कॉलरशिप योजना का ऐलान किया था। दिल्ली बीजेप प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने इस योजना को 'नई बोतल में पुरानी शराब' बताया है।
बीजेपी ने क्या आरोप लगाया?
वीरेंद्र सचदेवा ने दावा करते हुए कहा, '2020 के चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने दलित छात्रों के लिए हायर एजुकेशन के लिए इसी तरह की योजना की घोषणा की थी। यह योजना अब भी लागू है। उन्होंने अब इसे एक नए नाम के साथ फिर से पेश किया है।'
सचदेवा ने कहा 'नई बोतल में पुरानी शराब का यह क्लासिक केस है।' उन्होंने कहा, 'केजरीवाल एक राजनीतिक मौसम वैज्ञानिक हैं, जिनके पास पुरानी योजनाओं की रिपैकेजिंग करने की कला है।'
प्रचार पर 5 करोड़ खर्च कर दिएः बीजेपी
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'केजरीवाल को बताना चाहिए कि अब तक सिर्फ 25 लाख रुपये की स्कॉलरशिप ही क्यों बांटी गई, जबकि सरकार ने 2020-21 में प्रचार के लिए 5 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।'
सिर्फ 5 छात्रों को मिली स्कॉलरशिपः हरीश खुराना
दिल्ली बीजेपी के नेता हरीश खुराना ने एक आरटीआई जवाब का हवाला देते हुए कहा कि इस स्कॉरशिप स्कीम का फायदा सिर्फ 5 छात्रों को ही हुआ है। उन्होंने कहा, '2020-21, 2021-22 और 2022-23 में सिर्फ 1-1 छात्र को ही स्कॉलरशिप मिली। जबकि 2023-24 में 2 छात्रों को स्कॉलरशिप मिली।'
खुराना ने आगे कहा, 'दिसंबर 2021 में आई दिल्ली सरकार की अपनी रिपोर्ट में कहा गया था कि 4 साल के Phd कोर्स के लिए 20 लाख रुपये की स्कॉलरशिप तय की गई थी। जबकि, दो साल के मास्टर्स कोर्ट के लिए 10 लाख रुपये की स्कॉलरशिप मिलनी थी लेकिन सरकार 4 साल में सिर्फ 25 लाख रुपये की स्कॉलरशिप ही दे सकी है।'
कांग्रेस ने भी घेरा
इस योजना को लेकर बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी अरविंद केजरीवाल और AAP को घेरना शुरू कर दिया है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केजरीवाल को 'दलित विरोधी' बताया है।
यादव ने कहा, 'सत्ता में आने के लिए केजरीवाल ने दलितों के वोट लिए लेकिन सत्ता में आने के बाद दलितों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। उनका दलित विरोधी रवैया तब सामने आया जब 2014 में उन्होंने SC, ST और OBC छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की संख्या में 75 हजार से ज्यादा की कटौती की थी।'
उन्होंने आरोप लगाया, 'भ्रष्टाचार और अधूरे वादों के लंबे ट्रैक रिकॉर्ड के कारण दिल्ली के वोटर्स अब केजरीवाल को शक और अविश्वास की नजर से देखते हैं।'
क्या है केजरीवाल की नई स्कॉलरशिप स्कीम?
दिल्ली में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव हैं। इससे पहले केजरीवाल नई-नई योजनाओं का ऐलान कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने दलित छात्रों के लिए स्कॉलरशिप स्कीम का ऐलान किया है। इसे 'डॉ. आंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप स्कीम' नाम दिया गया है।
इस योजना के तहत, दिल्ली के दलित छात्र अगर विदेश में पढ़ना चाहते हैं तो उसका सारा खर्च सरकार उठाएगी। इस योजना के तहत, दलित छात्र विदेश जाकर स्कॉलरशिप लेकर पढ़ाई कर सकेंगे। इस योजना का फायदा सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को भी मिलेगा।