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भागलपुरः एनडीए के किले को क्या भेद पाएगा महागठबंधन?

भागलपुर जिले में 7 सीटों में 5 सीटों पर एनडीए का कब्जा है। इस बार भी इन सीटों पर एनडीए की दावेदारी मजबूत ही है। ऐसे में महागठबंधन के लिए कड़ी लड़ाई है।

Bhagalpur । Photo Credit: Khabargaon

भागलपुर । Photo Credit: Khabargaon

भागलपुर, बिहार का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर, देश की आजादी के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला केंद्र रहा है। गंगा नदी के किनारे बसा यह शहर अपनी रेशम की साड़ियों, सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। प्रशासनिक स्तर पर भागलपुर एक जिला है, जिसका मुख्यालय भागलपुर शहर में ही है। यह जिला बिहार की राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है।

 

भागलपुर का इतिहास स्वतंत्रता संग्राम से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह वही भूमि है जहां 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में स्थानीय लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया था। इसके अलावा, महात्मा गांधी की गतिविधियों और स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान इस क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं। भागलपुर को 'सिल्क सिटी' के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां की टसर रेशम की साड़ियां विश्व प्रसिद्ध हैं। यह शहर गंगा नदी के तट पर बसे प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय के अवशेषों के लिए भी जाना जाता है, जो कभी बौद्ध शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।

 

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प्राकृतिक संपदा की बात करें तो भागलपुर का क्षेत्र गंगा और कोसी नदियों के कारण उपजाऊ है, जिसके चलते यहां कृषि मुख्य व्यवसाय है। मक्का, चावल और आम जैसे फलों की खेती यहां बड़े पैमाने पर होती है। भागलपुर के आम, विशेष रूप से जर्दालु प्रजाति के, अपनी मिठास के लिए देश भर में मशहूर हैं। इसके अलावा, यह क्षेत्र अपनी जैव विविधता के लिए भी जाना जाता है, खासकर गंगा नदी में पाई जाने वाली गंगा डॉल्फिन के लिए, जिसे भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया है। भागलपुर में स्थित कहलगांव थर्मल पावर प्लांट भी इस क्षेत्र को औद्योगिक महत्व प्रदान करता है।

राजनीतिक समीकरण

भागलपुर जिले में कुल 7 विधानसभा सीटें हैं, जो भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं। ये सीटें हैं: भागलपुर, सुल्तानगंज, कहलगांव, पीरपैंती, नाथनगर, अमरपुर और बिहपुर। इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेतृत्व वाले NDA का प्रभाव रहा है, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के महागठबंधन ने भी समय-समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। 2020 के विधानसभा चुनाव में NDA ने इस जिले की 7 में से 5 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि RJD और कांग्रेस को 1-1 सीट से संतोष करना पड़ा।

विधानसभा सीटें:

  1. भागलपुर: इस सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है। हालांकि, कांग्रेस बीजेपी को सीधी टक्कर देती रही है। साल 1990 से लेकर 2014 तक इस सीट पर बीजेपी काबिज रही है जबकि 2014 से 2025 तक कांग्रेस के अजीत शर्मा इस सीट से विधायक हैं।

  2. सुल्तानगंज: यह सीट JDU के लिए मजबूत रही है। 2020 में JDU के ललित नारायण मंडल ने यहां जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने भी इस सीट पर कई बार कड़ा मुकाबला किया है।

  3. कहलगांव: कहलगांव सीट पर 2020 में BJP के पवन यादव ने जीत हासिल की थी। यह सीट पहले कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी, लेकिन हाल के वर्षों में BJP ने यहां अपनी स्थिति मजबूत की है। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बराबर की टक्कर देखने को मिलती है। 2010 और 2015 में कांग्रेस के सदानंद यादव विधायक थे।

  4. पीरपैंती: मुख्य रूप से यह सीट आरजेडी, कांग्रेस और सीपीआई की रही है। हालांकि, बीजेपी ने भी इस सीट पर अपनी स्थिति को मजबूत किया है। पिछली बार यहां से बीजेपी के ललन कुमार ने जीत हासिल की है।

  5. नाथनगर: इस सीट पर 2005 से ही जेडीयू का दबदबा रहा है और सुधा श्रीवास्तव व अजय कुमार मंडल यहां के प्रमुख चेहरे रहे हैं, लेकिन 2020 में आरजेडी के अली अशरफ सिद्दीकी ने जीत हासिल की।

  6. गोपालपुर: इस सीट पर शुरुआती दौर में कांग्रेस का दबदबा रहा है, लेकिन अब आरजेडी और जेडीयू के बीच यहां टक्कर देखने को मिलती है। साल 2010 से इस सीट पर जेडीयू का कब्जा है। पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू के गोपाल मंडल ने जीत दर्ज की थी। उसके पहले 2000 और 2005 में आरजेडी के अमित राणा यहां से विधायक थे।

  7. बिहपुर: इस सीट पर जनता हर साल पार्टी बदलती रहती है।  2005 से यही पैटर्न देखने को मिल रहा है। एक बार बीजेपी जीतती है तो एक बार आरजेडी। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कुमार शैलेंद्र यहां से विधायक बने थे।

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जिले का प्रोफाइल

लगभग 30.34 लाख की जनसंख्या वाले भागलपुर जिले में 3 अनुमंडल, 16 प्रखंड और 1515 गांव हैं। जिले का क्षेत्रफल 2569 वर्ग किलोमीटर और जनसंख्या घनत्व 1180 प्रति वर्ग किलोमीटर है। जिले में 1000 पुरुषों पर महिलाओं की जनसंख्या 880 है। भागलपुर की साक्षरता दर 59.16% है, जो बिहार के औसत से थोड़ा बेहतर है।

कुल सीटें: 7

मौजूदा स्थिति (2020 के आधार पर):

  • BJP: 3

  • JDU: 2

  • RJD: 1

  • कांग्रेस- 1

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