संजय सिंह, पटना: चाहे चुनाव विधानसभा का हो चाहे लोकसभा का इस मौसम में भोजपुरी गाने का महत्व बढ़ जाता है। भोजपुरी सुपर स्टार पवन सिंह की फिर से बीजेपी में वापसी की कथित संभावना ने भोजपुरी सितारों के महत्व को और बढ़ा दिया। बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद दूसरे दल के लोग भी भोजपुरी सितारों को ढूंढने लगे हैं।
पवन सिंह के बारे में चर्चा है कि वे चुनाव भी लड़ सकते हैं। चुनावी प्रचारों के दौरान भोजपुरी कलाकारों की मांग बढ़ जाती है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव खुद भोजपुरी गानों के मुरीद हैं। यहां के चुनाव में पहले भी फिल्मी सितारे भाग्य आजमा चुके हैं। भोजपुरी स्टारों को चुनाव प्रचार के लिए एनडीए और महागठबंधन दोनों चुनाव मैदान में उतरेगा।
पहले भी भाग्य आजमा चुके हैं
फिल्मी सितारों का चुनाव मैदान में प्रचार के लिए उतरना कोई नई बात नहीं है। बड़े स्टार शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से दो बार सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा फिल्मी कलाकार शेखर सुमन और निदेशक प्रकाश झा भी चुनाव में अपना भाग्य आजमा चुके हैं। भोजपुरी के कलाकार कुणाल सिंह भी चुनाव मैदान में उतरे थे। इस बार के विधानसभा चुनाव में भोजपुरी स्टार पवन सिंह के भी चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा है।
लोकसभा चुनाव में पवन सिंह को आसनसोल (पश्चिम बंगाल) से टिकट मिला था। फिर उस टिकट को वापस ले लिया गया था। इससे पवन सिंह नाराज हो गए थे। उन्होंने काराकाट लोकसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा। वे दूसरे नंबर पर रहे। अब पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के बीच बात बन गई है। उम्मीद की जा रही है कि पवन विधानसभा चुनाव में उतरेंगे। दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं से उनकी मुलाकात हुई है, हालांकि पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह पहले भी चुनाव लड़ने की बात कह चुकी है।
यह भी पढ़ें: श्रीनगर: पहलगाम हमले में शामिल आतंकी की 2 करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क
रितेश पर दांव लगा सकता है जन सुराज
भोजपुरी के लोक गायक रितेश पांडे की धमक भी भोजपुरी क्षेत्रों में है। वे जन सुराज के सक्रिय सदस्य हैं। उनके चाहनेवाले बताते हैं कि वे रोहतास के किसी भी विधानसभा से अपना भाग्य आजमा सकते हैं। रितेश चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। भोजपुरी के ही एक अन्य गायक खेसारी यादव का संबंध बिहार में आरजेडी और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से है।
ऐसी चर्चा है कि आरजेडी खेसारी प्रसाद यादव का इस्तेमाल चुनावी प्रचार में कर सकती है। इधर बीजेपी मनोज तिवारी, रवि किशन और निरहुआ जैसे कलाकारों को प्रचार के लिए मौका दे सकती है।
आरजेडी का विरोध
आरजेडी फिल्मी सितारों को चुनाव मैदान में उतारने का विरोध कर रही है। आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि बीजेपी को अपने नेताओं पर भरोसा नहीं रह गया है। इस कारण वे फिल्मों सितारों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है।
यह भी पढ़ें: कौन थे रामजी महाजन जिनकी रिपोर्ट पर MP में मची खलबली?
एनडीए फिल्मी सितारों और पुराने नेताओं को जोड़कर भ्रम फैलाना चाहती है। तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता को देख एनडीए के नेता घबरा गए हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा के साथ क्या किया था यह सबको पता है। इसलिए मतदाता इस बार भ्रम में नहीं फंसेंगे।