दिल्ली के वोटर लिस्ट में अनियमितताओं का मामला आम आदमी पार्टी से होता हुआ भारतीय जनता पार्टी तक आ पहुंचा है। मंगलवार को बीजेपी आरोप लगाया कि दिल्ली में हाल के दिनों में पांच लाख से अधिक नए मतदाता आवेदन दाखिल किए गए हैं। इसमें से कई ऐसे मतदाता भी शामिल हैं जिन पर 'संदेह' के घेरे में हैं।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी सांसद बांसुरी स्वराज और ओम पाठक के साथ चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात करके बीजेपी नेताओं ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाकर शिकायत की।
ये लोग कौन हैं?
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'हमें पता चला कि इन वोटर आवेदकों में से एक बड़ी संख्या 80 साल या उससे ज्यादा उम्र की है। 80 वर्षीय व्यक्ति के पास अब तक मतदाता पहचान पत्र कैसे नहीं हो सकता है? ये लोग कौन हैं?'
उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने मंदिर मार्ग पर स्थित वाल्मीकि मंदिर से जुड़े 44 वोटरों के नाम हटाने के लिए आवेदन किया है। ये लोग वहां 22 साल से रह रहे हैं। वह दलित विरोधी हैं। साथ ही सचदेवा ने कहा कि हमने इन सभी मामलों की जांच और पूर्वांचली भाइयों और बहनों या वाल्मीकि समुदाय के लोगों को धमकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आप ने वोटरों के नाम काटे जाने का आरोप लगाया
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने भी बीजेपी पर विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में फर्जी मतदाताओं के नाम दर्ज करने का आरोप लगाया है। पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखा है।
पत्र में केजरीवाल ने कहा, 'ऐसा लगता है कि इस गड़बड़ी में कई केंद्रीय और कैबिनेट मंत्री शामिल हैं। मैं चुनाव आयोग से आग्रह करता हूं कि वे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत आपराधिक एफआईआर दर्ज करें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने के ऐसे जबरदस्त प्रयासों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करें।'