त्रिलोकपुरी विधानसभा पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस क्षेत्र में कई कॉलोनियां हैं, जिनमें 1975-76 में झुग्गियों से लोगों को यहां बसाया गया था। ये सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है। त्रिलोकपुरी पर कभी कांग्रेस का दबदबा था। पिछले तीन चुनाव से यहां आम आदमी पार्टी जीत रही है। त्रिलोकपुरी, कोटला गांव, मयूर विहार और न्यू अशोक नगर इसी क्षेत्र में आते हैं।
इस बार कौन-कौन मैदान में?
इस सीट से इस बार आम आदमी पार्टी ने चेहरा बदला है। आम आदमी पार्टी ने अंजना पारचा को यहां से उतारा है। बीजेपी ने रविकांत उज्जैन को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने अमरदीप पर दांव लगाया है।
त्रिलोकपुरी में क्या हैं मुद्दे?
यहां की सबसे बड़ी समस्या गंदा पानी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां की पाइपलाइन गल गई है, जिस वजह से घरों में गंदा पानी आता है। यहां की बड़ी परेशानियों में से एक खराब सड़कें भी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे हादसे होते हैं।
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2020 में क्या हुआ था?
पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के रोहित कुमार महरौलिया ने 69,947 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। बीजेपी की किरण ने यहां से 57,461 वोट हासिल किए थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के विजय कुमार रहे थे, जिन्हें महज 3,262 वोट मिले थे।
क्या है इसका इतिहास?
इस सीट से 1993 से 2003 तक कांग्रेस के ब्रह्म पाल की जीत हुई थी। 2008 में बीजेपी ने पहली बार यहां से जीत हासिल की थी। उस चुनाव में बीजेपी के सुनील कुमार जीते थे। इसके बाद 2013 और 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी के राजू ढिंगन की जीत हुई। 2020 में रोहित कुमार ने यहां से जीत दर्ज की थी।