दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के बाद कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। गठबंधन की संभावनाओं को लगभग खत्म करते हुए कांग्रेस ने कुल 21 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, AAP छोड़कर आए अब्दुल रहमान, प्रवक्ता रागिनी नायक और संदीप दीक्षित जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा है कि कांग्रेस मजबूती से चुनाव लड़ेगी। इससे पहले आज दिल्ली में कांग्रेस की चुनाव समिति की बैठक हुई जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कर दिया ा कि आज ही लिस्ट जारी की जाएगी।
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में दो बार से कांग्रेस पार्टी खाता भी नहीं खोल पाई है। इस बार देवेंद्र यादव की अगुवाई में कांग्रेस ने 'दिल्ली न्याय यात्रा' निकाली थी जिसमें हर विधानसभा यात्राओं का दौरान किया गया। इससे पहले आम आदमी पार्टी ने दो बार में कुल 31 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। AAP ने कई विधानसभा सीटों पर अपने विधायकों के टिकट भी काट दिए हैं।
कौन कहां से लड़ेगा?
सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट से चार बार कांग्रेस के विधायक रहे जय किशन पिछली दो बार से हार रहे हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर से उनपर भरोसा जताया है। वजीरपुर सीट से कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक को चुनाव में उतारा गया है। पूर्व मंत्री हारुन यूसुफ बल्लीमारान विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक रहे हैं लेकिन दो बार से चुनाव हार रहे हैं। इस बार वह फिर से कांग्रेस के उम्मीदवार बने हैं।
लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री पहले AAP के टिकट पर द्वारका से ही विधायक हुआ करते थे। अब वह कांग्रेस में हैं और उन्हें द्वारका सीट से ही टिकट दिया गया है। नई दिल्ली सीट पर पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल को चुनौती देंगे। वहीं युवा नेता अभिषेक दत्त एक बार और कस्तूरबा नगर सीट पर किस्मत आजमाएंगे।
पटपड़गंज सीट पर अनिल चौधरी चुनाव लड़ेंगे। वहीं, सीलमपुर सीट से मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान अब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वहीं मुस्तफाबाद सीट पर AAP के आदिल अहमद खान को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने पिछली बार चुनाव हारने वाले अली मेहंदी पर एक बार फिर से भरोसा जताया है।
कांग्रेस की लिस्ट के बारे में देवेंद्र यादव ने कहा, 'इस लिस्ट में बहुत सीनियर लोग भी हैं, जिनका अनुभव चुनाव लड़ने और लड़ाने का रहा है। इसमें महिलाए हैं, इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। बहुत सारे युवा चेहरों को मौका दिया गया है जो पहली बार चुनाव में उतरेंगे लेकिन वे लंबे समय से चुनाव प्रक्रिया से जुड़े रहे हैं और अपना योगदान दिया है। केजरीवाल जी के सामने एक मजबूत चेहरा मिलेगा।' देवेंद्र यादव ने एक बार फिर से कहा है कि अब AAP के साथ गठबंधन की फिलहाल कोई संभावना नहीं है।