महाराष्ट्र में महायुति सरकार प्रचंड बहुमत से जीती है लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अभी तक सामंजस्य नहीं बैठ पाया है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के 3 दावेदार हैं, तीनों की दावेदारी प्रबल है। एक तरफ मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं, दूसरी तरफ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस। तीसरे हैं अजित पवार। अब एकनाथ शिंदे ने कुछ ऐसा किया है, जिसकी वजह से देवेंद्र फडणवीस की राह आसानी होती नजर आ रही है।
एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे मुख्यमंत्री भवन 'वर्षा' के बाहर न जुटें। यह मांग न करें कि एकनाथ शिंदे को ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। तीनों नेताओं की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर उनके बीच कोई अनबन नहीं है। एनसीपी खेमे के लोगों का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री बने।
क्यों एनसीपी चाहती है देवेंद्र फडणवीस बनें सीएम?
अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस बेहद करीबी हैं। उन्हें महायुति गठबंधन में लाने वाले ही देवेंद्र फडणवीस हैं। एकनाथ शिंदे और एनसीपी के बीच तालमेल की कमी की खबरें पहले सामने आ चुकी हैं। शिवसेना नेता तानाजी सावंत ने खुलकर कहा था कि अजित पवार और उनकी पार्टी की विचारधारा कभी मिलती ही नहीं है। अजित पवार के साथ बैठता हूं तो उल्टी आती है। शिवसेना के रुख से एनसीपी छिटक सकती है लेकिन देवेंद्र फडणवीस के नाम पर दोनों दल नहीं छिटकेंगे। देवेंद्र फडणवीस को ही महायुति का सूत्रधार कहा जाता है।
क्या देवेंद्र फडणवीस की राह साफ कर रहे शिंदे?
एकनाथ शिंदे ने एक पोस्ट में कहा, 'महायुति की विशाल जीत के बाद हमारी सरकार एक बार फिर बन रही है। गठबंधन के तौर पर हम साथ मिलकर चुनाव लड़े हैं, हम आज भी साथ हैं। लोग मेरे समर्थन में एक साथ मिलकर मुंबई आने की अपील कर रहे हैं। मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं। लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में एक साथ न आए।'
राजनीतिक धड़े में एकनाथ शिंदे के इस बयान को लेकर कहा जा रहा है कि वे देवेंद्र फडणवीस की राह आसान कर रहे हैं। उन्होंने इशारा कर दिया है कि गठबंधन धर्म के वे सहयोगी रहेंगे लेकिन मुख्यमंत्री के पद को लकेर वे जिद नहीं करेंगे, न ही चाहते हैं कि उनके समर्थक भी ऐसा करें।
महायुति गठबंधन में बीजेपी इस बार 132 सीटें जीतने में कामयाब हुई, शिवसेना 57 और एनसीपी 41। तीनों दल, मजबूत स्थिति में हैं लेकिन बीजेपी ने इतिहास रचा है। बीजेपी समर्थकों का कहना है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही बनें क्योंकि उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी को जीत मिली है। महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 230 सीटें, महायुति गठबंधन की हैं।
क्या देवेंद्र फडणवीस ही होंगे महाराष्ट्र के सीएम?
महायुति के नेताओं की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि उनके बीच सीएम पद को लेकर मतभेद नहीं है। महायुति ही तय करेगी कि कौन सीएम होगा। देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलने दिल्ली पहुंचे। उन्होंने सरकार गठन को लेकर शीर्ष नेतृत्व के साथ मंथन किया। शिवेसेना के प्रवक्ता नरेश गणपत म्हास्के का कहना है कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनें। बिहार में बीजेपी के पास ज्यादा सीटें हैं, फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, वैसे ही एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद पर रहना चाहिए।