महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी। इससे पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक नई रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया है। इस रिपोर्ट से पता चला है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ रहे एक तिहाई उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 4, 136 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं। इसमें से कुल 1,199 उम्मीदवारों पर विभिन्न आपराधिक मामले दर्ज हैं।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों की लिस्ट भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सबसे अधिक है। बीजेपी के 148 उम्मीदवार यानी 68 प्रतिशत आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। इसी तरह, शिवसेना (UBT) भी दूसरे नबंर पर है। इसके 66 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक मामलों में शामिल हैं।
वहीं, बात करें कांग्रेस, शिवसेना (शिंदे गुट) जैसे अन्य दलों में इसका आकंड़ा 52 प्रतिशत है। इसके अलावा अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में भी 59 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक मामलों में शामिल हैं। डेटा में यह भी दावा किया गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबधित आरोपों में 50 उम्मीदवारों का नाम शामिल हैं। परेशान करने वाली बात यह है कि छह उम्मीदवारों पर हत्या का आरोप है, जबकि 39 अन्य पर हत्या के प्रयास का आरोप है।
चुनावी दौड़ में करोड़पतियों का दबदबा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस चुनावी दौड़ में सबसे अमीर उम्मीदवारों में पराग शाह का नाम सबसे ऊपर हैं। घाटकोपर पूर्व से चुनाव लड़ रहे पराग शाह की कुल संपत्ति 3,383 करोड़ रुपये है। उसके बाद पनवेल से प्रशांत ठाकुर हैं, जिनकी संपत्ति 475 करोड़ रुपये है। इसके बाद मालाबार हिल से मंगल प्रभात लोढ़ा हैं, जिनकी कुल संपत्ति 447 करोड़ रुपये है। बता दें कि तीनों ही भाजपा के उम्मीदवार हैं।
अगर पार्टी के नजरिए से देखा जाए तो भाजपा फिर से संपत्ति के मामले में सबसे आगे है। बता दें कि भाजपा के 97 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। इसके बाद शिवसेना का उद्धव गुट दूसरे नंबर पर है, जिसके 95 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति श्रेणी में आते हैं।