साउथ दिल्ली जिले में आने वाली महरौली विधानसभा सीट दिल्ली की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। महरौली दक्षिण दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। महरौली गुरुग्राम शहर के करीब और वसंत कुंज से सटा हुआ है। प्राचीन शहरों में शुमार महरौली विक्रमादित्य के शासन में विकसित किया गया था।
तुगलक, ऐबक, मुगल और अंग्रेजों ने यहां राज किया, जिसके अवशेष यहां पर बने स्मारकों के तौर पर आज भी देखे जा सकते हैं। बता दें कि महरौली 9 अन्य विधानसभा क्षेत्रों, बिजवासन, संगम विहार, अंबेडकर नगर, छतरपुर, देवली, कालकाजी, तुगलकाबाद, पालम और बदरपुर के साथ दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।
महरौली की समस्याएं क्या हैं?
पिछले 10 सालों में यहां की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। पानी की लाइन तक नहीं डाली गई। कांग्रेस के समय डाली गई पुरानी लाइनों से ही लोगों को काम चलाना पड़ रहा है। पानी और सीवर की कोई सुविधा नहीं है, गलियों में सीवर का पानी बह रहा है। बड़े-बुजुर्गों को पेंशन भी नहीं दी गई। इलाके में सड़कों की हालत बहुत खराब है, पानी की समस्या सबसे बड़ी बनी हुई है। सड़कों पर गड्ढे हैं, नल से गंदा पानी आ रहा है जिससे लोग बीमार हो रहे हैं।
2020 में क्या हुआ था?
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के नरेश यादव ने 62,417 वोटों के साथ सीट जीती थी। उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कुसुम खत्री को उतारा गया था, जिन्हें 44,256 वोट मिले थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एए महेंद्र चौधरी को 6,952 वोट मिले थे। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी आप के नरेश यादव 58,125 वोटों के साथ विजयी हुए थे, उन्होंने भाजपा की सरिता चौधरी को हराया था, जिन्हें 41,174 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस के सतबीर सिंह को 12,065 वोट मिले थे।
महरौली विधानसभा का इतिहास
इस सीट पर 1951 में पहली बार विधानसभा सीट के लिए चुनाव कराए गए थे। कांग्रेस के सुखदेव ने निर्दलीय प्रत्याशी नियादार सिंह को हराकर विधायक चुने गए थे। यह सीट दो दलों कांग्रेस और भाजपा के बीच जंग का कारण रही है। वर्तमान में आम आदमी पार्टी के नरेश यादव यहां से विधायक चुने गए हैं। 2015 में महरौली विधानसभा क्षेत्र में कुल 181393 मतदाता थे। कुल वैध मतों की संख्या 113830 थी। इस सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार नरेश यादव जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 58125 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सरिता चौधरी कुल 41174 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वे 16951 वोटों से हार गईं।
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जातिगत समीकरण
दक्षिण दिल्ली का एक इलाका महरौली मुख्य रूप से हिंदू बहुल है। महरौली की जनसंख्या लगभग 63,241 है, जिसमें 33,815 पुरुष और 29,426 महिलाएं हैं। इस इलाके में मुस्लिम, कुमार, राम, लाल और गुजर की जाति ज्यादा है। महरौली के 12 गांव तोमर वंश के गूजरों द्वारा बसे हुए हैं, जो खुद को तंवर कहते हैं।