पश्चिमी दिल्ली जिले में स्थित मोती नगर सीट नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है। यह पंजाबी बाग के निकट स्थित है। दिल्ली के पश्चिम जिले के 6 सीटों में से एक है। यह मूलतः दिल्ली के पूर्व मुख्यंत्री मदन लाल खुराना का निर्वाचन क्षेत्र है। इस बार उनके बेटे हरीश खुराना इस सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
क्या हैं समस्याएं
इस सीट पर प्रमुख समस्या पार्किंग, ट्रैफिक जाम, गंदे पानी की सप्लाई, स्वच्छता और सुरक्षा की है। लोगों का कहना है कि यहां पर पार्किंग की हालत ठीक नहीं है और कई दिनों तक कूड़ा सड़ता रहता है।
इसके अलावा लोग सीवेज की समस्या से भी परेशान हैं। जल निकास की भी समस्या बनी हुई है।
2020 में क्या हुआ था
इस साल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना को टिकट दिया गया है। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी कैंडीडेट शिव चरण गोयल ने जीत दर्ज की थी। उन्हें कुल 60,622 वोट मिले थे। 46550 वोट पाकर बीजेपी के सुभाष सचदेवा दूसरे स्थान पर रहे थे। मोती नगर सीट पर कुल 181883 वोटर्स थे जिसमें 62 फीसदी यानी 112616 वोटर्स ने वोट डाले थे।
क्या है इस सीट का इतिहास
2013 में आम आदमी पार्टी के उदय के पहले तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है। 1993 में सबसे पहले इस सीट पर मदन लाल खुराना ने जीत दर्ज की थी उसे बाद 1998 में अविनाश साहनी ने जीत दर्ज की। 2003 में फिर से मदन लाल खुराना इस सीट से जीते। फिर 2008 और 2013 में बीजेपी के सुभाष सचदेवा इस सीट से विधायक बने।
लेकिन आम आदमी पार्टी के उदय के बाद 2015 और 2020 में इस सीट से आप उम्मीदवार शिव चरण गोयल यहां से विधायक हैं।
इस बार भी आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शिव चरण गोयल हैं जबकि बीजेपी से हरीश खुराना यहां से चुनाव लड़ रहे हैं।
जातिगत समीकरण क्या है
मोती नगर सीट पर 11 प्रतिशत क्षत्रिय, 7 प्रतिशत मुस्लिम 7 प्रतिशत कुमार और 5 प्रतिशत ब्राह्मण हैं।
कौन लड़ रहा इस बार
इस बार मोती नगर सीट से आम आदमी पार्टी से शिव चरण गोयल, बीजेपी से हरीश खुराना और कांग्रेस से राजेंद्र नामधारी चुनाव लड़ रहे हैं।