बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब उलटी गिनती शुरू हो गई है। आज यानी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपना चुनावी प्रचार का बिगूल फूंक दिया। इस बीच बिहार के पूर्व मंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बड़ा बयान दिया है।
तेज प्रताप यादव ने अपने एक बयान में शुक्रवार को कहा कि वह राष्ट्रीय जनता दल में वापसी करने के बजाय मौत को चुनेंगे। दरअसल, कुछ महीने पहले ही उनके पिता लालू प्रसाद ने उन्हें आरजेडी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। साथ ही परिवार से भी बेदखल कर दिया था।
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आरजेडी में वापसी की संभावना खत्म
तेज प्रताप के इस बयान ने आरजेडी में उनकी वापसी की संभावना को पूरी तरह खत्म कर दिया है। उनके बयान से साफ है कि वह चुनाव के बीच और बाद में भी पिता की पार्टी आरजेडी में नहीं जाएंगे जहां से उन्हें निकाला दिया गया है।
तेजस्वी को लेकर क्या बोले तेज?
बता दें कि पारिवारिक पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने जनशक्ति जनता दल का गठन किया है। जब उनसे तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस घोषित किए जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं क्या करूं… तेज ने आगे कहा, 'मुझे महुआ में कोई चुनौती नहीं है। मैं किसी को अपना दुश्मन नहीं मानता… हमारा एजेंडा सिर्फ बिहार के लिए काम करना है।'
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बिहार में एक रैली में पीएम मोदी के बयानों पर तेज प्रताप यादव ने कहा, 'बिहार की जनता जनार्दन का क्या मूड है ये तो समय बताएगा..14 नवंबर को तय होगा कौन कहां जाएगा।'
मुख्यमंत्री बनने पर क्या बोले?
तेजस्वी को लेकर तेज प्रताप यादव ने कहा कि जब तक हम वहां पर थे तब तक हमने उनको आशीर्वाद दिया। अब छोटे भाई हैं तो आशीर्वाद ही दे सकते हैं। सुदर्शन चक्र तो चला नहीं सकते। तेज प्रताप ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री बनना, न बनना सब जनता के हाथ में है। जनता ही मुख्यमंत्री बनाती है। जनता चाह रही है तो मुख्यमंत्री बन जाएंगे।