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वोटर अधिकार यात्रा: मगध से अवध तक एक विपक्ष, BJP के लिए संदेश क्या है?

वोटर अधिकार यात्रा में अखिलेश यादव शामिल हुए हैं। यह यात्रा अब आखिरी पड़ाव में है। बिहार के लिए विपक्ष एकजुट है। इस यात्रा के मायने क्या हैं, आइए समझते हैं।

Voter Adhikar Yatra

वोटर अधिकार यात्रा में अखिलेश यादव। (Photo Credit: RJD/X)

वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ पूरा विपक्ष एकजुट नजर आया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तक, एक नजर आए हैं। अखिलेश यादव शनिवार को तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुए और एकजुट विपक्ष का नारा दिया। 

राहुल गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी और इंडिया ब्लॉक के कई नेता एक खुली जीप पर सवार होकर लोगों से मिले। वोटर अधिकार यात्रा को इंडिया ब्लॉक सफल मान रहा है। जिन राज्यों में गैर बीजेपी मुख्यमंत्री हैं, वहां के मुख्यमंत्री तक इस रैली में शामिल हो चुके हैं। अखिलेश यादव सारण की रैली में शामिल हुए। वहां उन्होंने अवध और मगध का जिक्र करते हुए कहा- 

अवध और मगध पर अखिलेश यादव का संदेश क्या?

अखिलेश यादव:-
अवध की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को हटाया है, उम्मीद है कि मगध की जनता भी बीजेपी को हटाएगी। पलयान बीजेपी का होगा। SIR धोखा देने की बात है। यह सरफिरा फैसला है। इस समय यह फैसला वोट चोरी के साथ-साथ वोट डकैती का काम चुनाव आयोग कर रहा है। 


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अवध, यूपी का पुराना नाम है। अवध क्षेत्र में आने वाली कई सीटें, 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गंवा चुकी है। अयोध्या (फैजाबाद संसदीय सीट) में ही बीजेपी हार गई थी और समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे। यूपी में बीजेपी के पास 2014 में 71 सीटें आईं थीं, 2019 में 60 से ज्यादा सीटें लेकिन 2024 में बीजेपी सिर्फ 33 सीटों पर सिमट गई। सपा ने 37 सीटें हासिल कीं।  यही वजह है कि अखिलेश कह रहे हैं कि अवध से बीजेपी साफ हुई है, अब मगध से होगी।

वोटर अधिकार यात्रा में तेजस्वी और अखिलेश यादव। (Photo Credit: PTI)

क्या संदेश देने की कोशिश है?

अखिलेश यादव ने वोटर अधिकार यात्रा का मकसद भी बताया है। उन्होंने कहा है कि बिहार में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी यह समझाने में सफल रहे हैं कि वोट चोरी हो रही है। यह वोट के अधिकार को बचाने की यात्रा है। बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि बिहार में वोट चोरी हो रही है, लोगों का अधिकार छीना जा रहा है। 

अखिलेश यादव और विपक्ष के दिग्गज नेताओं के एक मंच पर आने से इंडिया गठबंधन यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि अब बिहार के लिए पूरा विपक्ष एक है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लगातार वोट चोरी का मुद्दा उठा रहे हैं। उन्होंने 20 से ज्यादा जिलों में यह संदेश देने की कोशिश की है कि आम जनता के वोटों पर डाका डाला जा रहा है। 

 

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अखिलेश यादव के आने से क्या हो सकता है?

बिहार में यादव और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या निर्णायक स्थिति में है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की विचारधारा 'पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक' के इर्दगिर्द घूमती है। अखिलेश ने इसे पीडीए का नाम दिया है। बिहार में ओबीसी वर्ग की आबादी करीब 27.12 प्रतिशत है। दलित वर्ग की आबादी करीब 19.65% प्रतिशत है। यादव मतदाताओं की संख्या 14.26 फीसदी है। मुस्लिम समुदाय की आबादी करीब 17 फीसदी है। राष्ट्रीय जनता दल के कोर वोटर भी यही वर्ग माना जाता है। विपक्ष का मानना है कि अखिलेश यादव के आने से यह गठबंधन और मजबूत होगा। 

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एक नजर, मगध पर, जिसका जिक्र कर रहे अखिलेश यादव

वैसे तो पूरा बिहार मगध साम्राज्य का हिस्सा रहा है लेकिन अब मगध मंडल में 5 जिले आते हैं। यहां के प्रशासनिक ढांचे को समझते हैं- 

मगध मंडल  
कितने जिले: गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल  
मुख्यालय: गया
विधानसभा सीटें: 31
प्रमुख नेता: गायत्री देवी (RJD) , सत्येंद्र यादव (CPI(M)), हरि मांझी (BJP)
सियासी दबदबा: इस क्षेत्र में एनडीए के लिए नीतीश कुमार और बीजेपी की पकड़ अलावा, जीतन राम मांझी का भी दबदबा रहा है। जीतन राममांझी का प्रभाव मुसहर समुदाय में मजबूत है। आरजेडी ने भी कुछ सीटों पर यादव वोटों के दम पर जीत हासिल की थी। अब इसी वर्ग पर इंडिया ब्लॉक की नजर है।

केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस महासचिव:-
आज सुबह, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सारण में वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुए। लोकतंत्र की रक्षा के लिए इस ऐतिहासिक आंदोलन में उनका स्वागत है। वे बीजेपी के इशारों पर हो रहे लोकतंत्र के विनाश के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक अडिग सहयोगी रहे हैं। उत्तर प्रदेश तथा देश भर में गरीबों और वंचितों की एक मजबूत आवाज रहे हैं।

वोटर अधिकार यात्रा, किन शहरों से गुजर चुकी है?

वोटर अधिकार यात्रा का 14वें दिन में पहुंच गई है। पटना में पैदल मार्च और रेली के बाद यह यात्रा खत्म हो जाएगी। 17 अगस्त से कांग्रेस वोटर अधिकार यात्रा निकला रही है। यह यात्रा अब तक रोहतास, औरंगाबाद, गयाजी, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज और सीवान से होकर गुजर चुकी है। अब यह यात्रा सारण के बाद भोजपुर से गुजरने वाली है। 

 

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