10 साल के आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा सोशल मीडिया का पॉपुलर चेहरा है। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो जाते हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 10 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उन्हें सोशल मीडिया पर अपने बयानों की वजह से ट्रोल भी किया जाता है। कुछ लोगों का कहना है कि उनके माता-पिता उन्हें स्कूल नहीं भेजते हैं। उनका बचपन बर्बाद कर रहे हैं। अब इन सभी सवालों का जवाब अभिनव और उनके पिता तरुण अरोड़ा ने दिया है।
अभिनव के पिता ने हाल ही में 7 यूट्यूबर के खिलाफ कोर्ट केस किया है। उन्होंने बताया कि यूट्यबर्स पर केस इसलिए किया था क्योंकि वे लोग उसकी भक्ति का मजाक उड़ा रहे थे। लोग पहले भी उसके मोटापे का मजाक उड़ाते थे लेकिन इस बात से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। अभिनव ने कहा, मैंने कभी कुछ नहीं कहा क्योंकि मुझे लगता था कि मेरा मजाक उड़ाकर व्यूज मिल रहा है। अब वो मेरी भक्ति का मजाक उड़ाकर टारगेट कर रहे हैं। मैंने उन पर इस कारण केस किया है।
खुद को संत नहीं मानते हैं अभिनव
10 साल के अभिनव ने कहा कि वह बाल संत नहीं है। उन्हें मीडिया वालों ने ये नाम दिया है। उन्होंने खुद को भगवान कृष्ण का भक्त बताया है। अभिनव के पिता से पूछा गया कि क्या आपको नहीं लगता कि इन्हें और पढ़ाई करनी चाहिए। शास्त्रों का ज्ञान लेना चाहिए। अभिनव के पिता ने कहा कि वह अभी चीजें सीख रहा है। उसे भगवान की भक्ति करना अच्छा लगता है। हम क्यों कहेंगे रूक जाऊं। उसने किसी को गाली नहीं। किसी के साथ बुरा नहीं किया। वह स्कूल भी जाता है लेकिन इस समय ट्रोलिंग की वजह से नहीं जा रहा है।
क्या आप होटलों से पैसा कमाते हैं?
अभिनव के पिता ने कहा कि ये वृंदावन के किसी होटल से मैंने पैसा नहीं कमाया है। मुझे पर ये सभी आरोप बेबुनियाद और झूठे लगाए गए हैं। अगर कोई अभिनव को बुलाता है तो हम जाते हैं। हमें वृंदावन के पर्यटन पर सकारात्मक रूप निभा रहे हैं। हम होटलों में जाते हैं। बिना किसी भुगतान के प्रचार करते हैं।
अभिनव का चैनल मोनेटाइज नहीं
तरुण अरोड़ा ने बताया, अभिनव के 10 लाख फॉलोअर्स हैं। इसके बाद भी उसका चैनल मोनेटाइज नहीं हुआ है। उसे यूट्यूब से कोई पैसा नहीं आता है। अगर भविष्य में उनका चैनल मोनिटाइज होता है तो उसका सारा पैसा धर्म और सेवा में खर्च होगा। उससे अभिनव के घर का खर्च नहीं चलेगा।