दिग्गज थिएटर आर्टिस्ट आलोक चटर्जी का निधन हो गया। 64 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर है। वह लंबे समय से बीमार थे। उनका निधन कल यानी 6 जनवरी को रात 11 बजे हुआ था। उनका निधन मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ। वह बंसल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। उन्होंने कई बड़े-बड़े नाटकों का निर्देशन भी किया था। लिरिसिस्ट स्वानंद किरकिरे ने उनके मौत की जानकारी इंस्टाग्राम पर फैंस को दी। उन्होंने आलोक चटर्जी की फोटो शेयर करते हुए अपना दुख जताया है।
स्वानंद किरकिरे ने अपने पोस्ट में लिखा, 'आलोक चटर्जी, एक नायाब अभिनेता चला गया। वो एनएसडी में इरफान खान के बैचमेट थे। इरफान अगर कालिदास थे तो आलोक चटर्जी विलोम। विलोम अपने कालिदास से मिलने चला गया। रेस्ट इन पीस आलोक भाई'।
स्वानंद किरकिरे ने जताया दुख
इरफान खान के थे अच्छे दोस्त
इरफान और आलोक एनएसडी में साथ में पढ़ाई करते थे। उस दौरान दोनों ने साल 1984 से 1987 तक साथ में कई प्ले में काम किया था। वह एनएसडी के गोल्ड मेडिलिस्ट थे। उन्हें भारतीय सिनेमा में अहम योगदान देने के लिए संगीत नाटक एकडेमी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। वह मध्यप्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा के पूर्व डायरेक्टर भी रह चुके थे। वह एनएसडी और एफटीआईआई में पढ़ाते भी थे।
थिएटर को जिंदगी मानते थे आलोक
उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था, 'मैं दिल्ली परफॉर्मर बनने गया था। क्या मैं फिल्में करना चाहता था। मैं एफटीआईआई पुणे गया था। मैं थिएटर के लिए जीता हूं। उन्होंने कहा, मैंने एनएसडी में पढ़ाई की है इसलिए मेरे खून में थिएटर है। मैं पेंटर नहीं हूं जिसे मार्केट में बेचा जाएं'।