देवानंद को हिंदी सिनेमा के महान और सबसे सफल एक्टर्स में से माना जाता है। उन्होंने अपने करियर में 100 से अधिक फिल्मों में काम किया है। देव साहब सिर्फ अभिनेता नहीं थे लेखक, निर्देशक और निर्माता भी थे। देव साहब महज 22 साल की उम्र में मुंबई आ गए थे। देव साहब अपनी मां के बहुत क्लोज थे। वो अपने पिता से डरते थे। सीमी ग्रेवाल को दिए इंटरव्यू में एक्टर ने बताया था कि हम दोनों के बीच ज्यादा बनती नहीं थी। करियर के शुरुआत में देवानंद ने कड़ी मेहनत की और अपना नाम बनाया।
देवानंद को डायरी लिखने का शौक था। वो हर बात अपनी डायरी में लिखते थे। देवानंद की प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा उनकी पर्सनल लाइफ चर्चा में रही थी। आइए उनकी लव लाइफ के बारे में जानते हैं।
सुरैया के लिए रोए थे देव साहब
बॉलीवुड के हैंडसम हंक देवानंद सुरैया के प्यार में दीवान हो गए थे। सुरैया पहले से एक सुपरस्टार थीं। देवानंद उस समय फिल्मों में नए-नए आए थे। वो सुरैया को लव लेटर्स लिखते थे। सुरैया भी उनसे प्यार करती थीं। लेकिन दोनों की शादी नहीं हुई। देवानंद ने सुरैया से मिलने की कोशिश भी की थी। लेकिन सुरैया अपने परिवार के खिलाफ नहीं गई। एक्टर ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि सुरैया मेरी पहली मोहब्बत थी। मैं उसके लिए रोया भी था।
कार्तिक कल्पना से गुपचुप रचाई थी शादी
सुरैया के बाद देवानंद की जिंदगी में कल्पना कार्तिक आई। कल्पना कार्तिक का असली नाम मोना है। देवानंद को मोना से फिल्म बाजी के सेट पर प्यार हो गया था। दोनों ने शादी करने का फैसला लिया। 'टैक्सी ड्राइवर' की शूटिंग के दौरान देवानंद और मोना ने गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी। दोनों लंच ब्रेक पर साथ में गए और शादी करके वापिस आ गए। सीमी ग्रेवाल को दिए इंटरव्यू में देव साहब ने बताया था कि हम सेट पर वापस आए थे तो कैमरामैन ने मोना के हाथ में अंगूठी देख ली थी। वो समझ गया था मैंने कैमरा मैन से कहा कि किसी को बताना नहीं। हम ग्रैंड रिस्पेशन पार्टी देंगे।
लाइमलाइट से दूर रहती थीं मोना
मोना ने देवानंद से शादी के बाद सिर्फ एक फिल्म की। उस फिल्म में देवानंद हीरो थे। शादी के बाद से मोना हमेशा लाइमलाइट से दूर रहती थी। वो देव साहब के साथ बहुत कम नजर आती थीं। देव साहब और मोना के दो बच्चे थे। एक्टर ने अपने बेटे को भी लॉन्च किया। लेकिन उनका बेटा कुछ खास कमाल नहीं कर पाए।