दिवाली के बाद से दिल्ली में प्रदूषण की वजह से हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में आ जाती है। तापमान कम होने की वजह से प्रदूषित कण ऊपर नहीं उठ पाते हैं। इस वजह से स्मॉग की चादर नजर आती है। बीते एक महीने से दिल्ली के हवा की गुणवत्ता लगातार खराब है। सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए तमाम कोशिशे कर रही है। दिल्ली में GRAP-4 लागू हो गया है। वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही हैं, आंखों में जलन महसूस हो रही हैं।
इस समय खासतौर पर उन लोगों को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत हैं जिन्हें धूल मिट्टी से एलर्जी है, सांस लेने में दिक्कत होती है। वायु प्रदूषण की वजह से कुछ दिनों पहले तक सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था। सरकार ने सिर्फ 10वीं और 12वीं के बच्चों को स्कूल आने की परमिशन दी थी। हालांकि अब सभी क्लासेस के बच्चे स्कूल जा रहे हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स प्रदूषण से बचने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।
स्टूडेंट्स प्रदूषण से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स
- स्कूल या कोचिंग सेंटर जाते समय मास्क जरूर लगाएं। ये मास्क आपके नाक में प्रदूषण के हानिकारक कणों को जाने से रोकता है। आप एन 95 या एन 99 मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- घर से बाहर निकलने से पहले अपने एरिया का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जरूर चेक कर लें।
- खासतौर पर सुबह और शाम के समय में बाहर ना निकलें। घर पर ही इंडोर एक्टिविटी करें।
- घर की खिड़कियों को बंद रखें। घर की हवा स्वच्छ रखने के लिए आप एयर प्यूरीफाइर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- स्टूडेंट्स को इस समय में बैलेंस डाइट लेना चाहिए। खान में एंटी ऑक्सीडेंट वाली चीजों का अधिक सेवन करें ताकि आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग रहे।
- पर्सनल हाईजीन को मेंटेंन रखें। बाहर से आने के बाद साबुन से हाथ जरूर धोएं।
- घर के बाहर जाकर एक्सरसाइज ना करें।
अभी भी दिल्ली की हवा जहरीली
दिल्ली की हवा अभी भी जहरीली है। ऐसे में लोगों को प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में है। आज यानी 1 दिसंबर को भी दिल्ली के कई जगहों पर एक्यूआई 300 के पार था।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी तरह की चिकित्सकीय जानकारी या इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।