हमास और इजरायल के बीच आज से युद्ध थम जाएगा। युद्धविराम समझौते के तहत आज हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। हालांकि, युद्धविराम समझौते से एक दिन पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को एक शर्त रख दी है। उन्होंने कहा कि जब तक हमास फिलिस्तीन से रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों की सूची साझा नहीं करता, तब तक वह गाजा संघर्ष विराम समझौते पर आगे नहीं बढ़ेंगे।
नेतन्याहू ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, 'जब तक हमें रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, तब तक हम समझौते पर आगे नहीं बढ़ेंगे। इजराइल समझौते के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी हमास पर है।'
नेतन्याहू ने दी चेतावनी
हमास के साथ युद्ध विराम समझौते से एक दिन पहले आई नेतन्याहू की यह चेतावनी अब चिंता का विषय बन गया है।बता दें कि गाजा पट्टी से इजरायली बंधकों को रिहा करना और इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) द्वारा इस क्षेत्र में नए हमलों को रोकना इस समझौते में शामिल है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, कतर की मध्यस्थता से होने वाले युद्धविराम समझौते के पहले चरण में हमास द्वारा अपहृत 98 शेष इजरायली बंधकों में से 33 को रिहा किए जाने की उम्मीद है। बदले में, इजरायल लगभग 2,000 फिलिस्तीनियों को भी रिहा करेगा जो वर्तमान में कई जेलों में बंद हैं।
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19 जनवरी से प्रभावी होगा यह समझौता
यह समझौता रविवार (19 जनवरी) को स्थानीय समयानुसार सुबह 8.30 बजे से प्रभावी होगा, मध्यस्थ कतर ने दिन में पहले ही घोषणा कर दी थी। 15 महीने से इजरायल और हमास के बीच खूनी संघर्ष चल रहा है। इजरायली हमलों में गाजा पट्टी में व्यापक तबाही मचाई है, जिसमें हजारों फिलिस्तीनियों की जान चली गई और मध्य पूर्व में अस्थिरता पैदा हुई।
युद्ध विराम समझौते का यह चरण 42 दिनों तक चलेगा और दूसरे चरण पर चर्चा दो सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है। इस बीच, शनिवार को भी इजरायली हवाई हमले जारी रहे और गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 23 शव अस्पतालों में लाए गए।