ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। बोल्सोनारो के सोशल मीडिया इस्तेमाल करने पर बैन लगा था, इसे तोड़ने के चलते उन पर यह कार्रवाई हुई है। दरअसल रविवार को बोल्सोनारो के समर्थन में ब्राजील की राजधानी रिओ डी जिनेरिओ में कई रैली हुई थी। ये उनके बेटे ने कराई थी। बोल्सोनारो एक लाइव कॉल के जरिए इन रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सेना के एक पूर्व कैप्टन के साथ की बातचीत की।
जबकि ब्राजील की कोर्ट ने पिछले महीने ही उन्हें एक एंकर मॉनिटर पहनने और सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट न करने के आदेश दिए थे। बोलसनारो पर ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। उन पर आरोप हैं कि 2022 के चुनाव में मिली हार के बावजूद उन्होंने सत्ता में रहने की कोशिश की थी। उन पर आरोप लगा था कि वह सुप्रीम कोर्ट में उनके खिलाफ चल रहे ट्रायल को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वह सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण पोस्ट करते हैं, जिन्हें उनके बेटे और समर्थक आम लोगों तक फैलाते हैं। बोल्सोनारो ने कहा है कि वह इस हाउस अरेस्ट के खिलाफ कोर्ट में अपील करेंगे।
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फोन भी इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे बोल्सोनारो
बोल्सोनारो पर लगे बैन के उल्लंघन पर ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अलेक्जेंडर डी मोरासेस ने संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिक हरगिज यह बर्दाश्त नहीं करेगी की एक आरोपी राजनीतिक और पैसे की ताकत पर कोर्ट को इस तरह बेवकूफ बना रही है। हाउस अरेस्ट में बोल्सोनारो अपने वकील के सिवाय किसी से नहीं मिल सकते। उनके फोन इस्तेमाल करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हाउस अरेस्ट के खिलाफ अमेरिका से कड़ी प्रतिक्रिया आ सकती है। जायर बोल्सोनारो को अमेरिकी राष्ट्रपति से समर्थन मिलता है। पिछले हफ्ते ही अमेरिका ने ब्राजील पर 50% टैरिफ की घोषणा की थी। इसका बोल्सोनारो और उनके समर्थकों ने स्वागत किया था। रविवार को हुई रैली में बोल्सोनारो के समर्थक थैंक्यू ट्रंप के पोस्टर लेकर पहुंचे थे।
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3 साल पहले ब्राजील में क्या हुआ था?
3 साल पहले ब्राजील में राष्ट्रपति चुनाव हुए। इसमें बोल्सोनारो हार गए और अमेरिका विरोधी माने जाने वाले लूला डी सिल्वा की जीत हुई। इसके बाद बोल्सोनारो ने हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उनके समर्थकों ने ब्राजील की नेशनल कांग्रेस पर हमला कर दिया। इसके बाद बोल्सोनारो अमेरिका चल गए थे और उनके खिलाफ मुकदमा शुरू हो गया था। अगर उन पर लगे आरोप सच साबित हुए तो बोल्सोनारो को 12 साल तक सजा हो सकती है।
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क्या ट्रंप कर रहे बोल्सोनारो की मदद?
ट्रंप और बोल्सोनारो अकसर बयानों के जरिए एक-दूसरे का समर्थन करते दिखते हैं। वहीं चुनावी हार के बाद नतीजों को न अपना कर बोल्सोनारो ने ट्रंप की नीति अपनाई। 2020 के चुनाव में हार के बाद ट्रंप ने भी नतीजों को स्वीकारने से मना कर दिया था। इसके बाद 6 जनवरी को उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला कर दिया था। ब्राजील में भी बोल्सोनारो की हार के बाद कुछ ऐसा ही हुआ। वहीं, जुलाई 2025 में ब्राजील के जज ने जायर बोल्सोनारो के बेटे एडुआर्डो की संपत्ति को सीज करने के आदेश दिए थे। उन पर शक था कि वह अपने पैसे का इस्तेमाल एक अमेरिकी लॉबी को फंड करने में कर रहे हैं, जो ट्रंप प्रशासन पर ब्राजील विरोधी काम करवा रही है।