• BRAMPTON 05 Nov 2024, (अपडेटेड 05 Nov 2024, 10:48 AM IST)
कनाडा के एक मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों के हमले के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही, एक पुलिसकर्मी को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
पीएम मोदी ने भी की आलोचना
कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले के मामले में अब कार्रवाई तेज हो गई है। अभी तक कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, हिंदुओं पर हुए हमले में लिप्त बताए जा रहे एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस हमले के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए इसकी निंदा की थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हमले की आलोचना की है। हालांकि, केंद्र सरकार में मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने आरोप लगाए हैं कि जस्टिन ट्रूडों ने लोगों को बांट दिया है।
हमले के बाद गिरफ्तार किए गए आरोपियों के बारे में पील रीजनल पुलिस ने बताया कि इन तीनों को कोर्ट में पेश किया गया। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसमें 23 साल का शख्स विकास और 31 साल का अमृतपाल सिंह शामिल है। एक और शख्स को गिरफ्तार किया गया था लेकिन उसे बाद में छोड़ दिया गया। इन तीन गिरफ्तारियों के अलावा एक निलंबन भी हुआ है। निलंबित किए गए पुलिसकर्मी की पहचान हरिंदर सोही के रूप में हुई है। आरोप है कि हिंसक झड़प और प्रदर्शन के बीच वह खालिस्तान का झंडा पकड़े खड़ा था और उसकी तस्वीर कैमरे में कैद हो गई।
I strongly condemn the deliberate attack on a Hindu temple in Canada. Equally appalling are the cowardly attempts to intimidate our diplomats. Such acts of violence will never weaken India’s resolve. We expect the Canadian government to ensure justice and uphold the rule of law.
इस हमले के बाद पीएम मोदी ने X पर लिखा था, 'मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने की यह कायराना कोशिश हैरान करने वाली है। इस तरह की हिंसक घटनाएं कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं कर पाएंगी। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा की सरकार न्याय सुनिश्चिचत करेगी और कानून का राज कायम करेगी।' बता दें कि इस घटना के बाद भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है क्योंकि जब यह हमला हुआ तो मंदिर परिसर में भारत के राजनयिक भी उपलब्ध थे। वहीं, इस प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस का यह कहना है कि भारतीय राजनयिकों को अपने दफ्तर से ही काम करना चाहिए बाहर से नहीं।
अब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कनाडा को खरी-खोटी सुनाई है। जयशंकर ने कहा है, 'भारतीय राजनयिकों पर कनाडा में नजर रखी जा रही है जो कि अस्वीकार्य है। कनाडा में चरमपंथी ताकतों को पॉलिटिकल स्पेस दिया जा रहा है।' बता दें कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या होने के बाद से ही भारत और कनाडा के संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को बाहर का रास्ता भी दिखा दिया है।