वैश्विक महामारी कोरोना (Corona) के 5 साल बीत चुके हैं। चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में कोविड-19 महामारी के फैलने की बात कही गई थी। 2025 की शुरुआत में ही अब चीन एक नए वायरस की जद में है।
चीन के लोग ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप से जूझ रहे हैं। चीन के लोग अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इस भयावह बीमारी के बारे में लिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि चीन के अस्पतालों और श्मशान घाटों में भीड़भाड़ नजर आ रही है।
चीन के अस्पताल में भीड़
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि चीन के अस्पतालों में भारी भीड़ नजर आ रही है। कुछ लोग कह रेह हैं कि चीन में इन्फ्लूएंजा ए, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस फैल रहे हैं।
चीन में लगी हेल्थ इमरजेंसी
सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि चीन में हेल्थ इमरजेंसी लागू है। चीन के आधिकारिक अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इसकी पुष्टि नहीं की है। अभी सिर्फ अटकलें ही लगाई जा रही हैं। लोग लिख रहे हैं कि इस बीमारी की वजह से लोगों की मौत हो रही है, श्मशान घाटों पर लाशों की ढेर लगी है।
क्या है HMPV?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को लोग HMPV के नाम से भी जानते हैं। इस बीमारी के संक्रमण में आए लोगों में भी फ्लू के लक्षण ही नजर आते हैं। सांस लेने में परेशानी होना, फ्लू के लक्षण, कोविड-19 जैसा असर रोगियों पर नजर आता है।
'SARS-CoV-2 (Covid-19)' नाम से एक X हैंडल ने लिखा, 'चीन इन्फ्लूएंजा ए, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई बीमारियों का सामना कर रहा है। अचानक ऐसे मामले बढ़ गए हैं। बच्चों के अस्पतालों में निमोनिया और व्हाइट लंग के मामले बढ़ गए हैं।'
चीन का क्या कहना है?
चीन के डिजीज रेग्युलेटर अथॉरिटी भी यह मानती है कि ऐसी बीमारियां फैली हैं। सांस से संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं। जो लोग ऐसी बीमारियों से जूझ रहे हैं, उन्हें क्वांरटीन किया जा रहा है। 5 साल पहले, चीन में ऐसी ही बीमारियां सामने आईं थीं, जिसके बाद पूरी दुनिया में महामारी फैल गई।
चीन में 16 से 22 दिसंबर के बीच सांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ी हैं। चीन के स्वास्थ्य अधिकारी भी मानते हैं कि चीन में राइनोवायरस और ह्युमन मेटान्यूमोवायरस जैसे रोग बढ़ रहे हैं। 14 साल से कम आयु के लोगों में ह्युमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों तेजी से बढ़े हैं।
चीन की नागरिकों को सलाह क्या है?
चीन के अधिकारियों का कहना है कि लोग आंख मूंदकर अपना इलाज खुद न करें। वे एंटी वायरल दवाइयों का सेवन भी न करें। इस रोग के खिलाफ अभी तक चीन ने कोई टीका नहीं बनाया है।